इंदौर। भीषण गर्मी न केवल इंसानों को परेशान कर रही है, बल्कि इसका असर अब मूक प्राणियों पर भी नजर आने लगा है। शहर के पशु चिकित्सालयों में पिछले पांच से छह दिन से सनस्ट्रोक के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इनमें अधिकतर मामले फरवाले पालतुओं में देखे जा रहे हैं। तीनों ही शासकीय चिकित्सालयों के अलावा निजी पशु चिकित्सकों के पास भी ये मामले पहुंच रहे हैं। छावनी, एमओजी लाइन और स्नेहलतागंज शासकीय पशु चिकित्सालय में इन दिनों सुबह से ही अपने पालतू श्वान को लेकर लोग पहुंच रहे हैं और शिकायत कर रहे हैं कि उनके पालूत सुस्त हैं और कुछ भी खा-पी नहीं रहे हैं। ये सनस्ट्रोक के मामले अधिकतर श्वान में देखे जा रहे हैं, जिन पर भी इस भीषण गर्मी का असर हुआ है। इन तीनों शासकीय चिकित्सालयों में हर दिन ऐसे 40 से ज्यादा मामले पहुंच रहे हं।
यहां पदस्थ पशु चिकित्सकों का कहना है कि बीते 25 साल के कॅरियर में ये पहली बार हुआ है कि पालतुओं में इतनी बड़ी संख्या में सनस्ट्रोक के मामले देखे जा रहे हैं। कई पालतुओं का तापमान इस दौरान 104 से लेकर 106 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है, जो काफी चिंताजनक है। हालांकि दो से तीन दिन में ड्रिप लगाने के बाद ये पूरी तरह ठीक भी हो रहे हैं। हम इलाज के साथ ही पालतुओं को लेकर इस दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में भी लोगों को जानकारी दे रहे हैं। यही हाल कई निजी पशु चिकित्सकों के क्लिनिक के भी हैं।
पालतुओं को लेकर ये रखें सावधानी
हीटवेव को देखते हुए पिछले ही दिनों विभाग ने एडवाइडरी भी जारी की है। फिलहाल पशु चिकित्सालयों में आने वाले मामलों में पालतुओं के मालिकों को अपने पालतू को ठंडे स्थान पर रखने के साथ ही पानी की मात्रा बढ़ाने, पानी में इलेक्ट्रॉल मिलाने के साथ ही पालतू को नारियल पानी, दही, छांछ देने की सलाह दी जा रही है।
‘फरवाले पालतुओं, खासकर श्वान में ये समस्या देखी जा रही है। चलित पशु चिकित्सा इकाई (मोबाइल वेटरनरी यूनिट) में भी आने वाले हर दिन 5 से 6 मामलों सबसे ज्यादा सनस्ट्रोक के ही मामले हैं, जिन्हेंं इलाज दिया जा रहा है। -डॉ. शशांक जुमड़े, उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं, इंदौर
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