नई दिल्ली। देश में पेट्रोल का रेट 100 रुपये के पार जा चुका है, अब डीजल भी कुछ ही दिनों में 100 रुपये की ऊंचाई को छू लेगा, लेकिन ये महंगाई की शामत यहीं नहीं रुकने वाली। जी न्यूज को एक्सक्लूसिव खबर मिली है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल डीजल के दाम थमने वाले नहीं हैं। यानी आम आदमी की कमर महंगाई से अभी और टूटेगी।
सरकार का अभी तेल की बढ़ती कीमतों में दखल देने का कोई इरादा नहीं है। बल्कि सरकारी सूत्रों के हवाले से ये खबर मिली है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी धीरे-धीरे की जाएगी, यानी रेट को 10-10 पैसे बढ़ाया जाएगा। कीमतों में अचानक से किसी बड़ी बढ़ोतरी नहीं होगी, यानी सरकार महंगाई का झटका तो देगी, लेकिन जरा धीरे से। दाम अगर ऐसे ही बढ़ते रहे तो पेट्रोल 15-20 दिन में 2-3 रुपये प्रति लीटर और महंगा हो जाएगा, डीजल के दाम भी 1-2 रुपये तक बढ़ जाएंगे।
पेट्रोल और डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों से तय होते हैं, यानी सरकार कीमतों को रेगुलेट नहीं करती, इसलिए कीमतें घटाना उसके हाथ में नहीं है। ज्यादा से ज्यादा सरकार अपना टैक्स घटाकर राहत दे सकती है। लेकिन सरकार अभी दखल देना नहीं चाहती। इस वक्त कच्चा तेल भी 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चल रहा है, जो कि साल भर की रिकॉर्ड ऊंचाई है। ऐसे में देश की सरकारी तेल कंपनियों भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाएंगी। अभी तेल कंपनियां आम तौर पर औसतन 20 पैसे से लेकर 40 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी करती हैं, लेकिन अब एक बार में इतनी बड़ी बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक पेट्रोलियम मंत्रालय भी क्रूड ऑयल की लगातार बढ़ती कीमतों से चिंतित है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस मामले पर 10 दिन पहले ही वित्त मंत्रालय को एक चिट्ठी भेजी है, जिसमें उसने तेल की बढ़ती कीमतों पर अपनी चिंता जाहिर की है। दूसरी ओर ग्राहकों के लिए परेशानी ये कि अगर केंद्र कुछ नहीं कर रही है तो राज्य भी अपना टैक्स घटाने को राजी नहीं हैं, राज्यों का कहना है कि कोरोना काल में उनकी कमाई काफी घट गई है। इसलिए वो ऐसा नहीं कर सकते।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved