इंदौर। अन्नपूर्णा पुलिस के निठल्लेपन की एक और दास्तां पंजाब के एक परिवार ने सुनाई है, जिसके बाद डीआईजी इस मामले की फाइल खोलने जा रहे हैं।
दरअसल पंजाब के रोपड़ जिले के बक्कुमांजरा गांव की रहने वाली जशपाल कौर पति दीदारसिंह का कहना है कि वे पहले इंदौर में आरटीओ रोड पर 11 हजार स्क्वेयर फीट जमीन पर बने अपने मकान में रहती थीं। रुपयों की जरूरत पडऩे पर उन्होंने पीयूष जैन को जमीन बेच दी थी, जिसने कुछ रुपए दिए, बाकी के रजिस्ट्री पर देना तय हुआ था। रिश्तेदार नरेंद्र कौर और उसके बेटे प्रभजोत ने जमीन पर कब्जा कर यहां से भगा दिया तो पंजाब जाकर रहने लगे। पति दीदारसिंह को 2013 में रिश्तेदार नरेंद्र कौर और उनका बेटा प्रभजोत इंदौर लेकर आए थे। उसके बाद वे गायब हो गए। करीब चार साल तक ये लोग पति के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहे थे। बाद में खुद पता लगाया तो सामने आया कि इन लोगों ने 2017 में पति दीदार को बीमार बताते हुए यूनिक अस्पताल में भर्ती कराया और बाद में उनकी मौत हो जाने के बाद रीजनल पार्क में अंतिम संस्कार भी करवा दिया। नगर निगम से उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा लिया। इसमें मृत्यु का स्थान यूनिक अस्पताल और घर का पता लालबाग लिखवाया, जहां नरेंद्र और प्रभजोत रहते हैं। मेरे पति की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई यह तक दोनों ने बताना उचित नहीं समझा और मेरी मर्जी के बगैर बिना पोस्टमार्टम करवाकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। अब ये जमीन के बकाया रुपए पीयूष जैन से लेने की फिराक में हैं और उसे कब्जा देने वाले हैं। डीआईजी ने पूरे मामले की फाइल खोलने के आदेश दिए हैं। वहीं दीदार की मौत के रहस्य से भी पर्दा उठेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved