प्राधिकरण ने भंवरकुआं ओवरब्रिज निर्माण के लिए बीआरटीएस लेन में से मुख्य यातायात चलवाने की मांगी अनुमति… मेंशन अपील की दायर
इंदौर। भंवरकुआं चौराहा (Bhanwarkuan Square) पर प्राधिकरण को फ्लायओवर (Flyover) का निर्माण शुरू करवाना है, मगर परेशानी यह है कि वहां पर कोई सर्विस रोड (Service Road) या अन्य वैकल्पिक सडक़ उपलब्ध नहीं है। लिहाजा बीआरटीएस कॉरिडोर (BRTS Corridor) की बस लेन (Bus Lane) में से ही अन्य वाहनों का यातायात चलवाना पड़ेगा। लगभग 700 मीटर की अनुमति प्राधिकरण ने सिटी बस कम्पनी और यातायात पुलिस से तो ले ली है, मगर चूंकि बीआरटीएस से संबंधित याचिका हाईकोर्ट में लम्बित है, नतीजतन मेंशन अपील दायर कर प्राधिकरण ने हाईकोर्ट से यह अनुमति मांगी है, जिस पर आज सुनवाई होगी। 18 महीने तक यह डायवर्शन करना पड़ेगा।
अभी प्राधिकरण खजराना चौराहा पर भी फ्लायओवर का निर्माण शुरू करवा चुका है, जिसमें बाधक 1200 पेड़ों को शिफ्ट भी किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ भंवरकुआ चौराहा पर ट्रैफिक डायवर्शन न होने के चलते काम शुरू नहीं हो पाया। अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा का कहना है कि हमने लगभग 700 मीटर का ट्रैफिक डायवर्शन मांगा है। इसके लिए बीआरटीएस की बस लेन से ही अन्य वाहनों के लिए भी अनुमति मांगी गई है। पिछले दिनों हाईकोर्ट में सुनवाई हुई जरूर, मगर प्राधिकरण का पक्ष रह गया था, जिसके चलते मेंशन अपील दायर की गई है, जिस पर आज सुनवाई होगी और उम्मीद है कि प्राधिकरण को जनहित में यह अनुमति मिल जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण भंवरकुआ चौराहा पर ओवरब्रिज का निर्माण कर रहा है और 18 महीने इसकी समय सीमा तय की गई है। प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार के मुताबिक होल्कर कॉलेज से लेकर विष्णुपुरी बस स्टैंड तक के 700 मीटर के लिए यह अनुमति मांगी गई है। दरअसल अभी बीआरटीएस की बस लेन में आई बसों के अलावा एम्बूलेेंस को ही अनुमति है और अन्य वाहन दोनों तरफ चलते हैं। मगर ओवरब्रिज के लिए चूंकि अन्य वाहनों वाला हिस्सा ही बंद करना पड़ेगा। लिहाजा बस लेन के अंदर बीआरटीएस कॉरिडोर में यातायात चलाने के लिए यह विशेष अनुमति मांगी जा रही है। वैसे तो बीआरटीएस कॉरिडोर को लेकर पिछले 10 सालों से हाईकोर्ट में समाजसेवी किशोर कोडवानी याचिका चल रही है, जिसमें उन्होंने बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने या अन्य वाहनों को भी बस लेन में चलाने की अनुमति मांगी है।
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