नई दिल्ली: देश में आम बजट की चर्चा है. लेकिन, इस बीच एक और बजट ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. और, वो है धोनी की स्टेट टीम का परफॉर्मेन्स बजट. इसका जिक्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नहीं किया है, बावजूद इसके ये सुर्खियों में है क्योंकि उसके स्वरूप फिलहाल बिगड़े हैं. धोनी की स्टेट टीम यानी झारखंड के परफॉर्मेन्स बजट के बिगड़ने की वजह हैं खेल मंत्री. जी नहीं, अनुराग ठाकुर नहीं बल्कि बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी.
मनोज तिवारी, बंगाल के खेल मंत्री होने के अलावा, वहां की रणजी टीम के कप्तान भी हैं. रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में फिलहाल उनकी टीम का मुकाबला धोनी की स्टेट टीम यानी झारखंड के साथ जारी है. इस मुकाबले में बंगाल की टीम के आगे झारखंड की हालत बुरी तरह से पतली है. मतलब उसके परफॉर्मेन्स का ओवरऑल ग्राफ हिला हुआ है.
धोनी की ‘स्टेट टीम’ का परफॉर्मेन्स बजट हिला
झारखंड ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी की थी. लेकिन पूरी टीम पहली पारी में 200 रन भी नहीं बना सकी और 173 रन पर ही ऑलआउट हो गई. झारखंड की बदहाल बल्लेबाजी का अनुमान आप इसी से लगा सकते हैं कि सिर्फ एक बल्लेबाज को छोड़ बाकी में से किसी ने अर्धशतक की दहलीज नहीं लांघी.
बल्लेबाजी जैसे बिगड़े हालात झारखंड की गेंदबाजी परफॉर्मेन्स में भी दिखे. बंगाल के बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ बेजोड़ और बेखौफ बल्लेबाजी की. पहला विकेट 11 रन पर गिरने के बाद दूसरे विकेट के लिए अभिमन्यु ईश्वरन और सुदीप कुमार घरामी के बीच शानदार शतकीय साझेदारी हुई. ये साझेदारी सुदीप के आउट होने के बाद टूटी. लेकिन, इस साझेदारी ने बंगाल के लिए मैच बनाने का काम किया.
‘खेल मंत्री’ की टीम ने खड़ी की परेशानी
खेल मंत्री मनोज तिवारी की टीम के पास अब पूरा मौका है, झारखंड के खिलाफ ना सिर्फ बढ़त बड़ा बनाने का बल्कि उसके जरिए मैच को मुट्ठी में करने का भी. धोनी की स्टेट टीम का परफॉर्मेन्स बजट फिलहाल तो बिल्कुल हिला है. लेकिन अगर उन्हें इसमें सुधार करना है तो खेल में दम दिखाकर बंगाल को फाइट देना होगा.
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