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    3 संभाग में खिसक रहे जनाधान ने बढ़ाई भाजपा की चिंता

  • December 18, 2022

    • सर्वे रिपोट्र्स के बाद भाजपा ने बढ़ाई सक्रियता
    • ग्वालियर- चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र में पार्टी ने बढ़ाई सक्रियता

    भोपाल। 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत का बड़ा लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा की परेशानी तीन सर्वे रिपोट्र्स ने बढ़ा दी है। इन रिपोट्र्स के अनुसार प्रदेश के ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के जिलों में पार्टी का जनाधार खिसक रहा है। ऐसे में पार्टी ने अपना अधिक ध्यान इन क्षेत्रों की विधानसभा सीटों पर कर दिया है। इन क्षेत्रों को नेताओं को एक्टिव मोड में रहने का निर्देश दे दिया गया है। वैसे तो भाजपा हर समय चुनावी मोड पर रहने वाला राजनीतिक संगठन माना जाता है, लेकिन हाल ही में तीन तरह की सर्वे की रिपोर्टों ने प्रदेश के नेताओं को कड़ी मशक्कत करने के लिए मैदान में डटे रहने की हिदायत दे दी है।
    वैसे तो भाजपा प्रदेश में सरकार बनने के बाद से ही चुनावी मोड में नजर आ रही है। लेकिन जब से सर्वे रिपोर्ट आई हैं जिला और संभाग स्तर पर नेताओं को एक्स्ट्रा एक्टिव मोड पर लाने के निर्देश राष्ट्रीय संगठन के पदाधिकारियों ने दे दिए हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश में पिछले चुनाव में भाजपा ने जिन सीटों पर कमजोर परफॉर्मेंस किया था वहां स्थिति में सुधार हुआ है लेकिन जो विंध्य पार्टी की ताकत बना था वहां स्थितियां बदली दिख रही हैं। ग्वालियर चंबल संभाग में 2018 के चुनाव की तरह हालात बने हुए हैं। इस क्षेत्र में न केवल विरोधी पार्टी बल्कि पार्टी की आंतरिक गुटबाजी भी असर दिखा सकती है।

    40 से 70 सीटें डेंजर जोन में
    पार्टी सूत्रों की मानें तो अलग-अलग सर्वे रिपोर्ट में अलग-अलग जानकारी आई हैं। किसी में 40 सीट तो किसी में 70 सीटों को डेंजर जोन में माना गया है। यूं तो चुनाव से पहले भाजपा ही नहीं अन्य राजनीतिक दल भी सर्वे कराते हैं लेकिन पार्टी के सूत्र बताते हैं ये मोदी-शाह फॉर्मूला है। जनता के बीच सरकार की क्या छवि है यह जानना बहुत जरूरी है। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने एक आंतरिक सर्वे कराया है। एक सर्वे वनवासी कल्याण परिषद की ओर से किया गया तो एक आरएसएस के माध्यम से। बीते दिनों सर्वे रिपोर्ट को लेकर सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रभारी मुरलीधर राव, सीएम शिवराज सिंह चौहान, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य नेताओं ने लंबी बैठकें की।

    अब सबको साधने का जतन
    तीनों सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पार्टी पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रही है। लेकिन सभी सर्वे रिपोर्ट में एक बात कॉमन है कि ग्वालियर- चंबल संभाग में ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। वहीं प्रदेश के बुंदेलखंड और विंध्य में भी भाजपा को ज्यादा मेहनत की जरूरत बताई गई है। बंदेलखंड वही क्षेत्र हैं जहां से 4 कद्दावर मंत्री सरकार में शामिल हैं। इसके बावजूद वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हर नए-पुराने की जाती। भाजपा में भाजपा नेताओं को एक सूत्र में पिरोने समीक्षा एक सतत की नसीहत दी गई है। पिछले दिनों प्रक्रिया है। सर्वे को लेकर पार्टी के सीनियर लीडर पूर्व मंत्री जयंत मलैया के अमृत महोत्सव में उनके सम्मान में हर भाजपा नेता जा खड़े हुए। मंत्री प्रदेश भाजपा रजनीश अग्रवाल का कहना है कि हमारी पार्टी के आकलन की अपनी व्यवस्था है। कार्यकर्ताओं के हर स्तर पर समीक्षा की जाती है। और यह चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता ही जानकारी दे सकते हैं, लेकिन मैं यह दावे से कह सकता हूं कि भाजपा कहीं कमजोर नहीं है। हम हर मोर्चे पर डटे हैं, बेहतर परिणाम आएंगे।

    कांग्रेस भी करवा रही सर्वे
    प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर अपनी स्थिति का आकलन करने के लिए कांग्रेस भी सर्वे करा रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समय-समय अपने स्तर पर सर्वे करवाते रहे हैं। गोपनीय सर्वे के आधार पर वे अपने पार्टी नेताओं को क्षेत्र में सक्रिय रहने की नसीहत देते रहे हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहले मप्र में कांग्रेस की मालवा के वरिष्ठ विधायक को भी एक सर्वे का हवाला देते हुए सक्रिय रहने को कहा गया था। भारत जोड़ो यात्रा में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को भी पार्टी से जोडऩा इसी कवायद के रूप में देखा जा रहा है। अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग केके मिश्रा का कहना है कि ग्वालियर-चंबल, विंध्य तो छोडि़ए प्रदेश का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां भाजपा कमजोर नहीं हो।। प्रदेश की जनता विकल्प के रूप में कांग्रेस को देख रही है। आने वाले साल में सरकार बनेगी । हमारे प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सर्वे कराते हैं, लेकिन वे सभी सर्वे गोपनीय होते हैं। जिससे संबंधित जो फीडबैक रहता है वैसा निर्देश दे दिया जाता है।

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