मुंबई: बिग बॉस ओटीटी की कंटेस्टेंट अक्षरा सिंह बीते हफ्ते ही शो से एलिमिनेट हुई हैं. घर से बेघर होने के बाद अक्षरा ने शो के होस्ट और करण जौहर को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. अब अपने एक इंटरव्यू में अक्षरा ने अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ हैरान कर देने वाली बातें बताई हैं.
ETimes TV को दिए अपने एक इंटरव्यू में भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने कहा, “मुझे खुद पर गर्व है. अगर आज में जिंदा हूं तो सिर्फ अपनी स्ट्रेंथ की वजह से. मैंने जिंदगी में कई चीजों का सामना किया है, यहां तक पहुंचने के लिए. लोग मुझे अब बिग बॉस की वजह से जानते हैं. लोगों ने हमेशा मुझे सपोर्ट किया है. समय के साथ मैंने खुद को बदला है और ऑडियंस के प्यार ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. मैं अब लाइफ में किसी भी चीज का सामना कर सकती हूं.”
अक्षरा ने आगे कहा, “मैं जिस जगह से आती हूं, वहां अक्सर पेरेंट्स लड़कियों को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आने के लिए सपोर्ट नहीं करते हैं. लेकिन मेरे पेरेंट्स ने मुझे काफी सपोर्ट किया है. मैं खुद को लकी मानती हूं.”
अक्षरा ने कहा, “मैं बहुत अपमानित जीवन जी रही थी और मेरी फैमिली भी. मैं महसूस करती थी कि मेरे पेरेंट्स खराब फील कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने मुझे कभी इसका एहसास नहीं होने दिया. वो मेरा सपोर्ट बनकर मेरे साथ खड़े रहे. मुझे याद है कि जब मैं डिप्रेशन से गुजर रही थी तब मेरे पिता ने मुझसे कुछ ऐसा कहा था, जो मुझे आज तक याद है और हमेशा मुझे हिम्मत देता है.”
अक्षरा ने कहा, “मुझे डिप्रेशन में देखकर मेरे पिता ने कहा था, ‘अगर तुमने अपनी पूरी जिंदगी इसी तरह जीने की सोची है, तो प्लीज जाओ और अपनी जिंदगी खत्म कर दो. अगर तुम ऐसा नहीं करना चाहती हो तो सही तरह से जियो. अगर तुम अपनी जिंदगी खत्म करना चाहती हो तो कर दो मैं नहीं रोकूंगा. लेकिन अगर तुम जीना चाहती हो तो पीछे मुड़कर अपने पास्ट को मत देखो. फाइट करो. मैं तुम्हारे साथ हूं.’ उनकी इस बात ने मुझे इतनी ताकत दी कि मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.”
अक्षरा ने कहा, “मेरे एक्स ने कुछ लड़कों को हाथ में तेजाब की बोतलें लेकर भेजा और मेरे करियर को तबाह करने की भी कोशिश की. हाथ में तेजाब की बोतलें लेकर कुछ लड़कों ने मेरा पीछा किया था. वे मेरे पीछे-पीछे दौड़ रहे थे. जो लोग सड़कों पर नशा करते हैं, उन्हें मेरे पीछे भेजा गया था. मैं सिर्फ भगवान से प्रार्थना करती हूं कि किसी भी महिला को ऐसा कुछ भी सहना ना पड़े, जिससे मुझे गुजरना पड़ा.”
अक्षरा ने बताया, “मुझे इतनी सारी धमकियां मिल रही थीं कि वह मुझे मार डालेगा या मेरा करियर तबाह कर देगा. लेकिन मेरे पिता के साथ बातचीत के बाद मुझे इतनी ताकत मिली कि मैंने किसी भी चीज की परवाह करना बंद कर दी. मुझे अपनी जान का भी डर नहीं था. मैंने तब बहुत सारी चीजों का सामना किया था, क्योंकि मौत का खौफ ही खत्म हो गया था. मुझे लगा कि क्या करोगे मरोगे ही ना चलो मार लो.”
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