इंदौर। बिजली के बिलों की शिकायतों को लेकर शहर के तीसो झोन पर उपभोक्ता रोज ही पहुंचते हैं शिकायतें भी करते हैं लेकिन विभागीय जोड़ घटाव उनके समझ में नहीं आता इसी बीच कंपनी दावा कर रही है वह उपभोक्ताओं की सभी शिकायतों का शत प्रतिशत निराकरण कर रही है वहीं कॉल सेंटर के माध्यम से ग्राहकों से फीडबैक भी ले रही है हालांकि कंपनी के यह दावे कितने सही हैं यह 1 सप्ताह बाद जरूर सामने आएगा।
मुख्यमंत्री ने 3दिन पहले घोषणा की कि बिजली के घरेलू बकाया बिल नहीं भरना है हालांकि इसमें शर्तों के उलटफेर जरूर है 1 किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन के बकाया बिलों मैं राहत रहेगी बाकी उपभोक्ताओं को यह राहत नहीं मिलना है वही इंदौर बिजली कंपनी उपभोक्ताओं की सेवा के लिए नए-नए तरीके आजाद करती है,कुछ एक कर्मचारियों को छोड़ दे तो कंपनी का प्रदेश की दोनों कंपनियों में बेहतर प्रदर्शन भी है। मप्रपक्षेविविकं के पोलोग्राउंड स्थित सेंट्रलाइज्ड काल सेंटर प्रभारी तरूण उपाध्याय ने बताया कि प्रबंध निदेशक अमित तोमर एवं मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर के निर्देशानुसार उपभोक्ताओं से बिजली सेवाओं को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है। इसमें 99.35 फीसदी उपभोक्ता संतुष्टि जता रहे हैं। बिजली कंंपनी के कॉल सेंटर कर्मचारी फीडबैक के दौरान बिजली आपूर्ति, व्यवधान की स्थिति, बिल संबंधी , वोल्टेज, शिकायतों के समाधान व अन्य कारणों पर प्रश्न कर संबंधित उपभोक्ता का पक्ष जानते है। अगस्त के दौरान 15660 काल कर फीडबैक लिया गया। इसमें से मात्र 105 ने सेवाओं में सुधार की जरूरत व्यक्त की है। फीडबैक लेने के दौरान आए सुझाव पर भी अमल कर बिजली व्यवस्थाओं में गुणात्मक सुधार कर उपभोक्ता संतुष्टि और बेहतर करने के प्रभावी प्रयास किए जा रहे है।
कॉल के नंबर रेंडम आधार पर
बिजली कंपनी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा रोज 600 से 700 मोबाइल नंबर रेंडम आधार पर प्रदान किए जाते है, इनमें से 500 से ज्यादा पर रोज बात हो पा रही है। इस नंबरों में से ज्यादातर नंबर इंदौर के होते है। इसके अलावा उज्जैन, देवास, रतलाम, धार, बड़वानी, खरगोन आदि के उपभोक्ताओं से भी प्रतिदिन फीडबैक लिया जा रहा है। फीडबैक के दौरान पहले की तुलना में संतुष्टि का स्तर बढ़ा है।
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