नई दिल्ली (New Delhi)। पाकिस्तान (Pakistan)के कब्जे वाले कश्मीर (occupied kashmir) में महंगाई(Dearness) के कारण युद्ध जैसे हालत बने हुए हैं। यहां बिजली और आटे(electricity and flour) की कीमतों में इजाफा होने के बाद कश्मीरी जनता (kashmiri people)का धैर्य जवाब दे गया। लोगों ने शहबाज सरकार के खिलाफ सड़क पर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जनता इतने गुस्से में और बेकाबू नजर आई कि पुलिस को उन्हें नियंत्रण में करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी। राजधानी मुजफ्फराबाद, दादियाल, मीरपुर और समाहनी, सेहंसा, रावलकोट, खुइरट्टा, तत्तापानी और हट्टियन बाला सहित पीओके के कई हिस्सों में पुलिस और लोगों के बीच मारपीट की खबरें सामने आई हैं। एक पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी की मौत भी हो गई है।
पाकिस्तान वाले कश्मीर पब्लिक एक्शन कमेटी के आह्वान पर लोग शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यह समिति बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी और ऊंचे दामों पर आटा बेचने का विरोध कर रही है। उधर, सरकार ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मुजफ्फराबाद और सभी जिलों के प्रवेश और निकास मार्गों को बंद कर दिया है। कश्मीर के कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं। मुजफ्फराबाद, ढोडयाल, कोटली और अन्य इलाकों में पिछले दो दिनों से जनजीवन ठप है और शेल्टर और रिपाहिया जाम हड़ताल जारी है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि सरकार ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इसके बावजूद लोग बड़ी संख्या में सामने आए हैं और घोषणा की है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। स्थानीय रिपोर्ट्स हैं कि धाडियाल में पिछले दो दिनों से धरना चल रहा है और दो दिन पहले पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई थी, जिसके बाद स्थिति गंभीर हो गई है।
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस चला रही गोलियां
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबरें हैं। रिपोर्ट है कि शनिवार को पुलिस पूरे दिन गोलाबारी करती रही, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) द्वारा बुलाए गए मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और हड़ताल के दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवा में गोलियां भी चलाईं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कथित झड़प में एक अधिकारी की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मीरपुर इस्लामगढ़ में प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में एक पुलिस इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी की सीने में गोली लगने से मौत हो गई।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी कमरतोड़ महंगाई से जूझ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा 3 अरब डॉलर के वित्तीय सहायता पैकेज को मंजूरी देते समय लगाई गई कड़ी शर्तों के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में स्थिति और खराब हो गई है। बिजली दरों में बढ़ोतरी से दिक्कतें बढ़ गई हैं और पाकिस्तान में लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।
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