उज्जैन। युद्ध के विरुद्ध विश्व शांति एवं ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उद्देश्य से 14 मई 2022 शनिवार को नृसिंह जयंती के दिन भारतीय समय अनुसार प्रात: 11:11 11 सेकंड पर सातवें अंतर्राष्ट्रीय महानाद योग दिवस में भारत सहित अमेरिका, यूरोप, ब्राजील, बाली, वेनेजुएला, चेक रिपब्लिक एवं अन्य कई देशों के लोगों ने ऑनलाइन एक साथ 11 बार ओम का उच्चारण किया। विशिष्ट अतिथि शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने भारतीय समय गणना प्रणाली मैं कैसे तिथियों की गणना की जाती है, इस पर अपना व्याख्यान दिया। विशेष अतिथि पंडित विजय रावल ने मंत्र चिकित्सा एवं अनुसंधान तथा वैदिक मंत्रों के प्रयोग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। ज्योतिषाचार्य एवं योग गुरु पं. बृज शर्मा ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम संयोजक विजय कौशिक ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि यह इस कार्यक्रम का सातवां वर्ष है प्रत्येक वर्ष मूल उद्देश्य शिप्रा संवर्धन और उज्जैनी को विश्व धरोहर के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता देने तथा नेशनल कैलेंडर को विक्रम संवत के अनुसार करने के साथ एक विशेष उद्देश्य को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस वर्ष यह कार्यक्रम रूस यूक्रेन युद्ध के विरुद्ध विश्व में शांति स्थापित करने एवं ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। सिद्धाश्रम पारदेश्वर मंदिर के शक्तिपात आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी नारदानंद जी बाली देश से अपने 25 से अधिक देशों के अनुयायियों के साथ सम्मिलित हुए एवं मंत्र नाद तथा औंकारनाद के बारे में विस्तार से सभी को समझाया। देश-विदेश के कई लोग इस कार्यक्रम में एक साथ औंकारनाद कर शामिल हुए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved