इंदौर। कल हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण अग्निकांड के 9 पीडि़त इंदौर पहुंचे। शाम लगभग साढ़े 4 बजे से रात 1 बजे तक घायलों को हरदा से इंदौर लाने वाली एंबुलेंस के सायरन एमवायएच परिसर में बजते रहे। एमवाय प्रशासन के अनुसार आखिरी पीडि़त रात लगभग 1 बजे लाया गया। इन सभी का इलाज जारी है। इनमें से कोई भी मरीज गंभीर नहीं है।
कल हरदा में हुए भीषण अग्निकांड की खबर मिलते ही संभागायुक्त से लेकर कलेक्टर और मेडिकल कॉलेज डीन सहित एमवायएच और सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल अधीक्षक हरदा से इंदौर पहुंचने वाले घायलों के इलाज सम्बन्धित व्यवस्थाओं को लेकर अलर्ट होकर तैयारियों में जुट गए थे। एमवाय से लेकर सुपर स्पेशलिटी में लगभग 75 मेडिकल बेज घायलों के लिए रिजर्व रखे गए थे। एमवाय हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार कल शाम लगभग 4 बजकर 30 मिनट से हरदा अग्निकांड के पीडि़तों की एंबुलेंस का आना शुरू हो गया था। रात 12 बजकर 55 मिनट तक घायलों को लेकर एंबुलेंस आती रही। इंदौर में इलाज के लिए लाए गए घायलों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है। घायलों में सबसे कम उम्र के एक 18 वर्षीय पीडि़त युवक से लेकर 75 वर्ष का वृद्ध और 7 महिलाएं शामिल हैं।
मामूली घायलों को ही एमवाय ले आए… कोई गंभीर नहीं
हरदा से इंदौर लाए गए घायल मामूली जख्मी हैं। इनमें से कोई भी व्यक्ति झुलसा नहीं होने से उसे बर्न यूनिट में दाखिल नहीं कराया गया है। सभी की स्थिति सामान्य और जल्द ही उनके घर लौटने की उम्मीदें हैं।
एक ही परिवार के 4 सदस्य
एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों में से 4 सदस्य एक ही परिवार के हैं । भर्ती मरीजों के परिजनो के और एमवाय प्रशासन के अनुसार सिर्फ 2 पीडि़त ज्यादा घायल हैं, मगर इलाज के बाद उनकी बेहतर स्थिति है। अधीक्षक ठाकुर ने बताया कि सभी घायलों को केजुअल्टी वार्ड में रखा गया है।
अग्निकांड में घायल 32 वर्षीय संगीता के पति महेश चौहान ने बताया कि यह सुबह लगभग सवा ग्यारह बजे की घटना है। हम फैक्ट्री के पास ही मकान में रहते हैं। मेरी पत्नी पटाखा फैक्ट्री में काम करती है। शुरुआती धमाके धीमे थे । ऐसा नहीं लग रहा था कि कोई बड़ा धमाका या विस्फोट है, मगर जैसे-जैसे आग फैलती गई, वैसे-वैसे धमाकों की संख्या और आवाज बढ़ती गई। इसके बाद से आसपास की बस्तियों में भगदड़ मच गई। मेरी पत्नी घबराकर जान बचाने दौड़ी। उसे उड़ता हुआ पत्थर जांघ पर लगा। वह वहीं गिर पड़ी। इसके बाद धीरे-धीरे हताहतों की चीख-पुकार व भगदड़ बढ़ती गई। हमें नहीं पता कि कितने लोग मारे गए हैं या कितने घायल हैं।
एमवाय अधीक्षक का दावा
सभी 9 घायलों का इलाज जारी है। 9 मरीजों में एक महिला को फ्रैक्चर हुआ है। इनमें से एक भी घायल बर्न यूनिट में भर्ती करने लायक नहीं है। इनमें सभी घायल बारूद में विस्फोट से हवा में उड़े ईंट-पत्थर के टुकड़ों के अलावा धमाकों की तेज आवाज और भगदड़ के दौरान घायल हुए हैं।
सभी पीडि़तों का मुस्तैदी से इलाज यह हैं नाम
नाम उम्र
आयुषी 18
रमा 40
संगीता 32
दीपा 50
बसंती 50
कोमल 22
मीना 35
मुकेश 27
भरत 75
एमवाय या सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों का सुबह-शाम मेडिकल बुलेटिन जारी होगा
इंदौर। हरदा की पटाखा फैक्ट्री अग्निकांड या पिछले साल शहर में रामनवमी को हुए बावड़ी जैसे हादसों या अन्य बड़ी दुर्घटनाओं के दौरान जो घायल अथवा पीडि़त एमवायएच या सुपर स्पेशलिटी सहित मेडिकल कॉलेज सम्बन्धित किसी भी हॉस्पिटल में भर्ती हुए, ऐसे पीडि़तों की सही जानकारी मीडिया सहित सभी को मिल सके, इसके लिए संभागायुक्त अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन की नई व्यवस्था करने जा रहे हैं। अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन सुबह-शाम सोशल मीडिया पर प्रेस कॉफ्रेंस अथवा जनसम्पर्क के माध्यम से भर्ती मरीजों का हेल्थ मेडिकल बुलेटिन जारी करेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved