टोक्यो । यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अब दुनिया भर के लोगों की सहानुभूति हिंसा का शिकार हो रहे यूक्रेन के लोगों के साथ बढ़ती जा रही है. कई संस्थाएं और व्यक्ति यूक्रेन की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. ऐसे समय में जापान की ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी राकुटेन (Rakuten Group Inc.) के संस्थापक हिरोशी ‘मिकी’ मिकितानी (Hiroshi ‘Mickey’ Mikitani) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) को लिखे एक पत्र में कहा कि वे 1 अरब येन (8.7 मिलियन डॉलर) का दान यूक्रेन को देना चाहते हैं. इसका उपोयग रूस के हमले के दौरान हिंसा के शिकार हुए लोगों की मदद करने के लिए मानवीय सहायता की गतिविधियों में किया जाएगा. मिकितानी ने ये भी कहा कि उन्होंने 2019 में कीव का दौरा किया था और ज़ेलेंस्की से उनकी मुलाकात हुई थी.
जापानी अरबपति हिरोशी ‘मिकी’ मिकितानी ने रविवार को कहा कि वह रूस के यूक्रेन पर हुए हमले को ‘लोकतंत्र के लिए एक चुनौती’ मानते हैं. मिकितानी ने यूक्रेन की सरकार को 87 लाख डॉलर का दान देने की घोषणा की. मिकितानी ने अपने पत्र में कहा कि “मेरे विचार आपके और यूक्रेन के लोगों के साथ हैं. मेरा मानना है कि एक शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक यूक्रेन को अन्यायपूर्ण ताकत से रौंदना लोकतंत्र के लिए एक चुनौती है.’उन्होंने लिखा कि ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन इस मुद्दे को शांति से सुलझा सकते हैं और यूक्रेन के लोगों को जल्द से जल्द शांति हासिल हो सकती है’.
रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दुनिया भर के बड़े और प्रमुख लोकतांत्रिक देशों ने रूस पर व्यापक वित्तीय प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इसके साथ ही दुनिया भर के व्यक्तियों और संगठनों ने यूक्रेन की मदद के लिए हर संभव दान देने की अपील की है. जापानी की सरकार ने भी रूस पर कुछ बड़े आर्थिक प्रतिबंधों को लगाने की घोषणा की है. इनमें रूसी संपत्तियों को फ्रीज करना और रूसी सेना से जुड़े संगठनों को सेमीकंडक्टर (semiconductors) जैसे सामानों के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना शामिल है.
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