जयपुर । राजस्थान(Rajasthan) में बीएसएफ(BSF) की टीम को ऊंटों की पीठ पर योग(Yoga) आसन (मुद्रा) करने के लिए सोशल मीडिया(Social media) पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इन योगाभ्यासों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें ऊंट फर्श पर पीठ के बल लेटे हैं, जबकि बीएसएफ के जवान उनकी पीठ के बल योगासन करते नजर आ रहे हैं।
हरिदेव जोशी जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, जयपुर के संस्थापक वीसी और वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने घटना की एक तस्वीर साझा की और लिखा, “निर्दय योग! ऊंट के पांव बांधकर, कालीन के माफिक जमान पर बिछाकर उसके पेट पर योगासन करना योग नहीं है, क्रूरता भरा अत्याचार है।”
इसको लेकर सोशल मीडिया पर जमकर निंदा की गई और संबंधित सरकारी अधिकारियों से सख्त कार्रवाई करने और इस प्रथा को रोकने के लिए कहा। एक सोशल मीडिया यूजर ने पीएमओ को टैग करते हुए कहा, “क्या पीएमओ इस तरह के नीरस शो के आयोजकों के खिलाफ निर्दोष जानवरों का दुरुपयोग करने के खिलाफ कार्रवाई करेंगे?” उन्होंने कहा, “आयोजकों को तुरंत गिरफ्तार करने की जरूरत है।”
समाजसेवी अजय वर्मा ने कहा, “दिखाने के लिए बेजुबान जानवर को बांधकर, ऊंट की टांग बांधकर और उस पर बैठ कर बीएसएफ द्वारा योग का फोटो सेशन करना एक तरह का क्रूर व्यवहार माना जाएगा जो कि अत्यधिक निंदनीय है।”
बीएसएफ सेवानिवृत्त अधिकारी एबीएन शर्मा, आईजी ने कहा, “ऊंटों और संचालकों को लेटने और रेंगने जैसे विभिन्न कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। पुरुष योग या पीटी करते हैं, चलते या स्थिर रहते हुए हथियार का उपयोग करते हैं। इस तरह के प्रदर्शन का आनंद लिया जा सकता है कौशल और स्टंट नहीं जैसा कि हम मोटरसाइकिल डेयरडेविल टीमों के लिए करते हैं।”
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