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    Mahakaal दर्शन के लिए कई प्रदेशों के लोग आए, अधिकारी Tention में

  • August 01, 2021

    • धर्मशालाएँ भी कमरे खाली नहीं-महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश के लोगों से होटलें फुल

    उज्जैन। नजदीक के शहर इंदौर में जहाँ एक ओर जिला प्रशासन ने विशेषकर महाराष्ट्र और केरल से आने वाले बाहरी लोगों को लेकर कोरोना फैलने की आशंका जताते हुए इन पर कड़ी निगरानी रखने और नाकों पर वाहनों की चैकिंग के आदेश जारी कर रखे हैं। दूसरी ओर उज्जैन में शनिवार रात से ही शहर की सारी होटलें अन्य प्रदेशों के लोगों से फुल हो गई है। बढ़ती भीड़ के कारण जहाँ अध्ािकारी भी चिंता में है, वहीं यह भी समझ नहीं आ रहा है कि दर्शनार्थियों की संख्या कैसे कम करें।
    करीब तीन हफ्ते कोरोना मुक्त रहने के बाद उज्जैन जिला एक बार फिर संक्रमण की चपेट में आ गया है। पिछले 5 दिनों में कोरोना के तीन नए केस आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को पॉजीटिव मिले तीन मरीजों में डेल्टा प्लस वेरिएंट का अंदेशा है। इसी के चलते तीन मरीजों के सेम्पल जिनोम जाँच के लिए लेब भेजे गए हैं। हालांकि यह रिपोर्ट आने में अभी एक से दो हफ्ते का समय लगेगा। इधर कल फिर महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। इसके पहले जिला प्रशासन दर्शन व्यवस्था में बदलाव कर चुका है। कल सोमवार को भी इसमें सख्ती बरतने की बात पुलिस प्रशासन के अधिकारी कह रहे हैं। इधर शनिवार रात से ही शहर के करीब 350 से ज्यादा छोटे-बड़े होटलों में महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश समेत अन्य राज्यों से आए लोगों ने दो से तीन दिन की कमरों की बुकिंग करा ली है। बाहरी प्रदेशों से यह लोग बस और ट्रेन की बजाय अपने निजी वाहनों से उज्जैन पहुँच रहे हैं। आज सुबह भी देवासगेट क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के सामने की अधिकांश बड़ी होटलों के आगे बाहरी राज्यों से आए वाहन पार्किंग में खड़े नजर आ रहे थे। क्षेत्र के लोगों के मुताबिक कल रात से ही इस इलाके की सारी छोटी-बड़ी होटलें बाहर के लोगों से फुल हो गई है। इधर महाकाल मंदिर क्षेत्र में भी कई गेस्ट हाउस और धर्मशालाएँ सोमवार रात तक के लिए शनिवार से ही बुकिंग हो गई है। रामघाट क्षेत्र में धर्मशालाएँ भी फुल हो गई है। यह एक हफ्ते पहले तक 100 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से पलंग के रेट लिए जा रहे थे लेकिन अब इन्हीं धर्मशालाओं में 300 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से एक पलंग की बुकिंग हो रही है। इसके बावजूद लोगों को धर्मशालाओं में जगह नहीं मिल रही है। इधर कल शाम इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले में लोगों को कोरोना के डेल्टा वेरिएंट बढऩे की संभावनाओं के चलते न केवल अलर्ट जारी किया बल्कि उन्होंने साफ कहा है कि इंदौर में आने वाले महाराष्ट्र, गुजरात और केरल के लोगों पर विशेष नजर रखी जाए। भले वे बसों से आए या ट्रेन से या फिर निजी वाहनों से। सभी के वैक्सीनेशन आदि की जाँच की जाए। इधर उज्जैन में लगातार बड़ी तादाद में आ रहे अन्य प्रदेशों के लोगों के नाकों से शहर में प्रवेश से लेकर होटलों और धर्मशालाओं में कमरे बुक कराने तक किसी तरह की कोई जाँच नहीं की जा रही। यह कोरोना की तीसरी लहर को फैलने का सीधा निमंत्रण है।

    श्रावण के कारण आज नहाने पहुँचे लोग
    महाकाल के अलावा श्रावण मास नदी पर स्नान करने वालों की भीड़ बढ़ रही है और इसमें अधिकांश श्रद्धालु बाहरी प्रदेशों से आ रहे हैं। पहले ही सवारी के बाद तीन कोरोना के मरीज मिल चुके हैं, जिनका डेल्टा वेरिएंट टेस्ट होने सैंपल प्रयोगशाला पहुँचाए हैं। आज कोई विशेष त्यौहार नहीं है। सिर्फ सावन मास चल रहा है इसलिए भीड़ बढ़ रही है। आज सुबह नदी में स्नान करने वालों की भीड़ थी। रामघाट से लेकर छोटी रपट तक आज हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान कर रहे थे। इनमें अधिकतर राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के श्रद्धालु थे जिनकी बसें यहाँ दर्शन के लिए आई है और महाराष्ट्र से दोपहिया वाहनों में सवार होकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। कहीं भी इनकी जाँच नहीं हो रही है। नदी पर भी लोगों को हटाने की आवश्यकता है।

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