- वॉट्सऐप पर न्यूड कॉल गैंग सक्रिय
भोपाल। प्रदेश में सेक्सटॉर्शन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ये गैंग कई लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं और उनसे लाखों रुपये की वसूली कर रहे हैं। इस गैंग का शिकार ज्यादातर वो लोग हो रहे हैं जो अकेले रहते हैं या तो शादीशुदा नहीं हैं। इस गैंग के लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, लेकिन काफी ज्यादा शातिर हैं। ये लोग एक बार बातचीत करने के बाद सीधे वीडियो कॉल रात के समय करते हैं और अगर किसी ने कॉल उठा लिया तो उसे न्यूड महिला का वीडियो दिखाई देता जिसे आप देख रहे होते हैं और वे लोग ऐसा वीडियो रिकॉर्ड कर लेते हैं जिसे आपको भेजकर आपसे पैसे वसूलने लगते हैं।
दरअसल, अकेलेपन से बचने के तौर तरीके और इंटरनेट पर प्रचार के चक्कर में पडऩे वाले सेक्सटॉर्शन यानि न्यूड वीडियो गैंग का सबसे ज्यादा शिकार बन रहे हैं। पार्टनर की तलाश में सिलसिला पहले मोबाइल पर बातचीत से शुरू होता है। बाद में सामने वाला कॉलर को न्यूड वीडियो कॉल पर आने के लिए मजबूर करता है। एक बार न्यूड कॉल अटैंड करते ही आप शिकार की सूची में शामिल हो जाते हैं। दरअसल, अकेलापन को दूर करने की ख्वाहिश के चलते आरोपी आपको ब्लैकमेल का शिकार होते जा रहे हैं। साइबर सेल की अब तक की जांच में ये बातें सामने आई हैं। ऐसे में आप राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। भोपाल में मोबाइल नंबर 9479990636 पर संपर्क करें।
ऐसे शुरू होता है खेल सेक्सटॉर्शन के लिए किसी सुंदर युवती की पिक्चर के साथ फेक अकाउंट बनाया जाता है। फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट, मैसेंजर पर मैसेज और वॉट्सऐप पर हाय लिखकर भेजते हैं। कुछ ही दिनों में आपके साथ घुल मिलकर वह न्यूड फोटोग्राफ, वीडियो एक्सचेंज करते हैं। जिसका पूरा रिकॉर्ड सेक्सटॉर्शन गैंग अपने पास रखता है। इसमें कब आपने न्यूड कंटेंट भेजे, सेक्स चेट की। एविडेंस होते ही सेक्सटॉर्शन शुरू होता है। इन सबको वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठते हैं। खुद को सूरत के अस्पताल में लेडी डॉक्टर बताने वाली युवती ने फेसबुक के जरिए एक युवक से संपर्क किया। मैसेंजर पर हाय लिखकर कुछ देर की चैट के बाद वॉट्सऐप नंबर ले लिया। देर रात मैसेज भेजा। चैटिंग शुरू हुई। रात 12:30 बजे वीडियो कॉल कर उस युवती ने खुद को न्यूड होकर दिखाया। पीडि़त से भी न्यूड होकर एक्ट करने के लिए जोर दिया। युवती ने पीडि़त को सेमी न्यूड करा लिया। सुबह वॉट्सऐप पर रात के रिकॉर्डेड 5 वीडियो आए, साथ में रुपए की डिमांड का मैसेज था। वीडियो अपलोड करने की धमकी दी गई। पीडि़त ने पैसे देने से इनकार किया और नंबर ब्लॉक कर दिया। 5 दिन बाद पीडि़त को वॉट्सऐप पर दिल्ली क्राइम ब्रांच के नाम से कॉल आती है। धमकी भरे लहजे में हिदायत दी। बताया कि वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हो रहा है। पीडि़त की हालत खराब हो गई। आरोपी ने एक मोबाइल नंबर दिया, कहा यह यूट्यूब के जोनल अफसर का नंबर है। वीडियो अपलोड होने से रुकवाओ। पीडि़त ने उस नंबर पर संपर्क किया। फोन उठाने वाले ने 98 प्रतिशत अपलोड हो चुके वीडियो को स्टॉप करने के एवज में कंपनी चार्ज 45,500 तुरंत जमा करने को कहा। पीडि़त ने इतनी रकम ट्रांसफर करने के लिए मोहलत मांगी, लेकिन मना कर दिया। इसके बाद पीडि़त के मोबाइल पर पुलिस प्रोफाइल लगी फोटो वाले अलग-अलग नंबरों से कॉल कर वारंट जारी होने का अल्टीमेटम दिया गया।
डीसीपी क्राइम अमित सिंह का कहना है कि सेक्सटॉर्शन में वीडियो कॉलिंग का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। जो ऐसे क्राइम का शिकार हों। वह संकोच न करें, सीधे पुलिस से शिकायत करें। किसी अनजान से वीडियो कॉल के जरिए जुडऩा रिस्क हो सकता है।