उज्जैन। कल श्राद्ध पक्ष का समापन हो जाएगा और आज श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी है। आज के दिन सिद्धवट पर दूध चढ़ाने तथा पूजन-अर्चन का विशेष महत्व रहता है। इसी के चलते सुबह से यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है तथा दूध चढ़ाने के लिए लंबी कतारें लग गई थी। घाट पर भी श्रद्धालु अपने पूर्वजों का श्राद्ध तर्पण कराने पहुँचे थे। श्राद्ध पक्ष की शुरुआत से ही स्थानीय तथा दूरदराज के क्षेत्रों से रोजाना हजारों लोग सिद्धवट समेत शिप्रा के विभिन्न घाटों पर अपने पूर्वजों का श्राद्ध करने पहुँच रहे हैं। आज श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी है और इसके महत्व को देखते हुए आज बड़ी संख्या में लोग सिद्धवट पर दूध चढ़ाने पहुँच रहे हैं। सुबह से ही यहाँ श्रद्धालुओं की लंबी कतारें नजर आ रही थी।
अपनी बारी आने पर लोग सिद्धवट मंदिर में दूध चढ़ाने के लिए लगाए गए पात्र में दूध चढ़ा रहे थे। इधर मंदिर में आज सुबह से विशेष पूजन अर्चन शुरु हो गया था। यहाँ विश्व कल्याण और कोरोना महामारी के अंत के लिए सभी के पूर्वजों की मोक्ष प्राप्ति हेतु पुजारियों की ओर से भी पूजन अर्चन तथा दुग्धाभिषेक किया गया। सिद्धवट के अलावा रामघाट क्षेत्र, गयाकोठा तीर्थ मंदिर में भी सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही थी। कल सर्वपितृ अमावस्या पर भी यहाँ सभी स्थानों पर भीड़ उमड़ेगी। सिद्धवट पर भी कल देशभर से आए लोग अपने पूर्वजों की आत्मशांति के लिए दूध चढ़ाएँगे और 111 ब्राह्मणों द्वारा यहाँ पितृ मोक्ष के लिए पूजन अर्चन कराया जाएगा जिसमें अज्ञात मृत लोगों का सामूहिक तर्पण होगा और उसके बाद ब्रह्म भोज का आयोजन भी रखा जाएगा।
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