भोपाल। प्रदेश में कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) के संभावित खतरे से निपटने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। अस्पतालों में बेड बढ़ाने, दवाओं के इंतजाम से लेकर सरकार अन्य सभी तरह के प्रावधान कर रही है। इस बीच लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करना छोड़ दिया है। लोग बिना मास्क के निकल रहे हैं। भीड़ जुटा रहे हैं। इससे तीसरी लहर (Third Wave) का खतरा पैसा हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता। चिंता इस बात की है कि लोग अब बिना मास्क (Mask) के ही घूम रहे हैं। जनता भूल जाती है, कोरोना (Corona) की दूसरी लहर में कितने कष्ट उठाना पड़े। उन्होंने कहा कि मंत्रालय (Ministry) के सामने बाजार में एक साथ 600 से ज्यादा लोग देखे गए। इसमें से 70 फीसदी ने मास्क (Mask) नहीं लगाया था। यह तीसरी लहर को न्यौता है। उन्होंने कहा कि बच्चों की जिंदगी दांव पर नहीं लगा सकते, इसलिए तीसरी लहर (Third Wave) की आशंका समाप्त होने के बाद ही स्कूल खुलेंगे। केवल पूर्व निर्धारित ट्यूशन फीस (Tuition Fees) ली जा सकेगी। इसमें कोई वृद्धि नहीं होगी और न ही इसके अतिरिक्त कोई शुल्क वसूला जा सकेगा। मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा, कोरोना (Corona) के चलते स्कूल नहीं खुल पाने के कारण शिक्षकों की सैलरी खासकर प्राइवेट सकूलों (Private School) में दिक्कत आ रही है। इसके साथ ही बच्चों के अभिभावकों की अपनी समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कई अभिभावकों ने बताया कि स्कूल बंद होने पर पढ़ाई नहीं हो रही है, लेकिन फीस बढ़ाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि कोई भी स्कूल टयूशन फीस (School Tution Fees) के अतिरिक्त कोई शुल्क नहीं लेगा।
हो रहे बड़े आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन-चार महीने संकट के हैं। शादियों में 50 की संख्या तय की गई है, लेकिन इसका उल्लघंन हो रहा है। बड़े-बड़े आयोजन हो रहे हैं। जो कोरोना की तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं। इसे लेकर सख्ती होना चाहिए। बाजारों में भीड़ हो रही है।
हर दिन 1 लाख तक होंगे सैंपल टेस्ट
सरकार का दावा है, वर्तमान में 60 से 70 हजार टेस्ट हर रोज किए जा रहे हैं, लेकिन तीसरी लहर को रोकने के लिए यह संख्या 1 लाख तक ले जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अफसरों को दिए हैं। उन्होंने कहा है, शहर और ग्रामीण इलाकों के हर हिस्से में सैंपलिंग की जाए।
जुलाई में मिलेंगे 58 लाख डोज
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्पादन होने के कारण वैक्सीन की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। मध्य प्रदेश को जुलाई में 58 लाख डोज मिलेंगे। उम्मीद है, अगस्त में जुलाई से ज्यादा डोज मिलेंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन का 25त्न कोटा निजी अस्पताल का है। मंत्री, सांसद और विधायक प्राइवेट सेक्टर खासकर कंपनियों व उद्योगों से जुड़े लोगों से अपील करें कि वे प्राइवेट अस्पतालों में अपने कर्मचारियों का वैक्सीनेशन कराएं।
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