भोपाल। मप्र कांग्रेस कमेटी ने ट्रेन में महिला से छेड़छाड़ करने के आरोपी विधायकों को क्लीनचिट दे दी है। पीसीसी में हुई कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक में दोनों विधायकों के खिलाफ की गई शिकायत को झूठा मानते हुए क्लीनचिट दे दी है। कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री भारत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में चंद्रप्रभाष शेखर, अजीता वाजपेई मौजूद रहे। कांग्रेस के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि सतना और कोतमा के कांग्रेस विधायकों पर ट्रेन में महिला से छेड़छाड़ के आरोपों पर प्रथम दृष्टया जो मामला जानकारी में आया है उससे यह लगता है कि शिकायत झूठी है। विधायकों के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं। हमारे विधायकों ने जो जवाब पीसीसी को दिया है उससे कांग्रेस कमेटी संतुष्ट है। मप्र कांग्रेस कमेटी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का कोई प्रस्ताव नहीं हैं। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद ये मामला अब न्यायालय के अधीन है।
क्षमा मांगने पर निरस्त होगी कार्रवाई
अनुशासन समिति की बैठक में कुल 88 शिकायतों पर चर्चा हुई है। जिनके खिलाफ शिकायतें आई हैं ऐसे 44 कार्यकर्ताओं को शो-कॉज नोटिस दिए गए हैं। 5 कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर शिकायतें होने और उनके संतोषजनक जवाब न मिलने पर निष्कासन की कार्रवाई की गई है। भारत सिंह ने बताया नगरीय निकाय चुनाव के बाद अनुशासन समिति को कई शिकायतें मिलीं थीं। उनके संबंध में आज चर्चा हुई। जिन लोगों ने पार्टी के खिलाफ काम किया है उनके निष्कासन की अनुशंसा की गई है। चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा जिन लोगों को नोटिस दिए गए हैं या जिन्हें निष्कासित किया गया है। वे अगर लिखित में क्षमा मांगते हैं और ये आश्वासन देते हैं कि भविष्य में पार्टी लाइन से हटकर काम नहीं करेंगे। तो उनके खिलाफ प्रस्तावित कार्रवाई को कैंसिल भी किया जा सकता है।
इन्हें दिखाया बाहर का रास्ता
उज्जैन- जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष कमल पटेल, महिदपुर ब्लॉक अध्यक्ष गजराज सिंह पंवार, हीरालाल आंजना, गोपी आंजना, विक्रम आंजना पर महिदपुर के वार्ड 13 में अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ काम करने की शिकायत मिली थी। कांग्रेस अनुशासन समिति ने इन नेताओं के निष्कासन की अनुशंसा की है। आगर- कांग्रेस जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव ने कांग्रेस नेता दुर्गालाल पालीवाल पर कार्रवाई के लिए पीसीसी को पत्र भेजा था। पालीवाल ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेताओं और जिला पदाधिकारियों पर सार्वजनिक तौर पर टिप्पणी की थी। अनुशासन समिति ने दुर्गालाल के निष्कासन की अनुशंसा की है।
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