हैदराबाद (Hyderabad)। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट (Pakistan this tournament) की डिफेंडिंग चैंपियन है। पाकिस्तान ने साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी का आखिरी संस्करण जीता था। फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को मात दी थी। इसके बाद इस टूर्नामेंट को बंद कर दिया गया था, लेकिन 2022 में आईसीसी ने टूर्नामेंट को नए अधिकार चक्र (2023-27) में वापस शामिल किया और 2025 के मेजबानी अधिकार पाकिस्तान को प्रदान किए। 8 टीमों वाला ये टूर्नामेंट दो सप्ताह चलेगा, लेकिन अभी तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। पीसीबी को अभी वेन्यू फाइनल करने हैं और इसके बाद आईसीसी के साथ मिलकर शेड्यूल तैयार करना होगा।
लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी ने कहा, “हमने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान में होने वाले मैचों का शेड्यूल भेज दिया है। आईसीसी की सुरक्षा टीम पाकिस्तान आई थी और हमारी बहुत अच्छी बैठक हुई। उन्होंने यहां व्यवस्थाओं को देखा और हम उनके साथ स्टेडियम अपग्रेड योजना भी साझा करेंगे। हम लगातार आईसीसी के संपर्क में हैं। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हम पाकिस्तान में एक बहुत अच्छे टूर्नामेंट की मेजबानी करें।” हालांकि, एक मसला पाकिस्तान के सामने भारत को लेकर है, जिसे सुलझाना होगा।
वहीं, अगर बात की जाए कि क्या टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगी तो इस समय तो हालात लग नहीं रहे कि भारत की टीम पाकिस्तान जाएगी, क्योंकि दोनों देशों के बीच राजनीतिक माहौल अच्छा नहीं है। ये देखने वाली बात होगी कि आईसीसी टूर्नामेंट के लिए भारत सरकार बीसीसीआई को अपनी टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति देगी या नहीं? भारत ने आखिरी बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था। 2023 में पाकिस्तान की टीम भारत में वनडे विश्व कप खेलने आई थी, लेकिन उस टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान को एशिया कप 2024 की मेजबानी हाइब्रिड मॉडल के तहत करनी पड़ी थी। ऐसे में क्या चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी ऐसा ही किया जाएगा? ये आने वाला वक्त बताएगा।
पाकिस्तान ने आखिरी बार आईसीसी इवेंट की मेजबानी 1996 में की थी, जब उन्होंने भारत और श्रीलंका के साथ मिलकर वनडे विश्व कप की मेजबानी की थी। इसके बाद से सुरक्षा कारणों की वजह से कोई भी बड़ा आयोजन पाकिस्तान में नहीं हुआ। यहां तक कि 2009 से 2015 तक कोई भी टीम पाकिस्तान नहीं गई थी, क्योंकि 2009 में श्रीलंका की टीम पर हमला हो गया था। हालांकि, पिछले कुछ सालों में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी टीमों ने पाकिस्तान का दौरा किया है। ऐसे में उनके लिए अच्छे संकेत हैं कि वे अपने यहां आईसीसी टूर्नामेंट आयोजित करा सकते हैं।
नकवी ने पाकिस्तान के स्टेडियमों को लेकर कहा, “यदि आप लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम को देखें, तो यह अच्छा है, लेकिन क्रिकेट देखने का अनुभव अच्छा नहीं है। फुटबॉल के लिए शायद हो, लेकिन क्रिकेट के लिए नहीं। हमें स्टेडियमों में सुविधाएं बेहतर करने की जरूरत है, जहां कुछ पुरानी समस्याएं हैं। कराची का नेशनल स्टेडियम बुरी हालत में है। इसलिए 7 मई को, हम अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से बोलियों को अंतिम रूप देंगे जो आएंगी और हमें डिजाइन करने में मदद करेंगी। हम स्थानीय सलाहकारों के साथ भी काम करेंगे। हम पहले ही देर कर चुके हैं, लेकिन हमें ये अपग्रेड चार-पांच महीनों में करने होंगे। यह बहुत कठिन परीक्षा होगी, लेकिन हम यह कर सकते हैं।”
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