नागदा। नागदा रेलवे स्टेशन पर बिजली, पानी की व्यवस्था नहीं होने से यात्रियों को खासी मुसीबत का सामना करना पड़ा। दिनभर विभिन्न ट्रेनों से यात्रा कर रहे यात्रियों को पानी के लिए परेशान होते देखा गया। प्लेटफार्म पर भी ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री पंखे नहीं चलने से गर्मी से परेशान होते रहे। शाम को वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से स्टेशन पर अंधेरा छाया रहा। 5 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर जोधपुर-इंदौर एक्सप्रेस पहुंची। ट्रेन से यात्री बोतल, केन लिए पानी लेने उतरें, लेकिन नलों से पानी नहीं आने पर वे बिना पानी लिए ही अपने-अपने कोच में लौट गए तो कई पानी की आस में स्टेशन के बाहर चले गए। स्टेशन पर यात्रियों ने हंगामा शुरू हो गया।
बोतल, केन बजाकर पानी दो, पानी दो जैसे नारे लग गए। यात्रियों ने कहा- पिछले स्टेशनों पर जलसेवा की जा रही थी, लेकिन विडंबना कि नागदा रेलवे स्टेशन पर पानी की एक बूंद भी नहीं। यात्री गीता चौहान, राजकिशोर, महेश आदि ने बताया कि वे जब पानी लेने नलों की तरफ आए तो उन्हें पानी ही नहीं मिला। यदि नलों से पानी नहीं आ रहा था तो रेलवे को पानी की वैकल्पिक व्यवस्था करना थी। ज्ञात रहे 2014 में रेलवे ने आदेश जारी करते हुए स्टेशन पर प्याऊ का संचालन बंद कर दिया है। यदि प्याऊ होते तो यदि नलों से पानी नहीं भी आता तो स्वयं सेवी संस्थाएं यहां जलसेवा शुरू कर देती। ग़ौरतलब है कि रविवार को आई प्राकृतिक आपदा के चलते एक दिन बाद तक भी विद्युत सप्लाय प्रारम्भ नहीं हो सकी दूसरी ओर रेलवे द्वारा भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी। इसी से रेल यात्री परेशान होते रहे।
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