नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस (indigo airlines) की सैकड़ों फ्लाइट शनिवार को काफी देरी से उड़ीं. इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. इसे देखते हुए अब डायरक्टरेट ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया है और एयरलाइन (airline) से उड़ानों में हो रही देरी की वजह पूछी है. केबिन क्रू की अनुपलब्धता के कारण बीते दिन इंडिगो की कई उड़ानों में देरी हुई. इसको लेकर DGCA ने इंडिगो एयरलाइंस से जवाब मांगा है. शनिवार (Saturday) को केबिन क्रू की कमी के कारण इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें लेट हुईं और केवल 45% उड़ानें ही समय पर ऑपरेट हो सकीं.
शनिवार को विभिन्न एयरलाइनों की ऑन-टाइम परफॉरमेंस की बात करें, तो एयरएशिया इंडिया 98.3% गोफर्स्ट 88% विस्तारा 86.3% स्पाइसजेट 80.4% और एयर इंडिया 77.1% टाइम प्रफोर्मेंस रेट रहा. इसमें सबसे नीचे इंडिगो थी, जिसका ऑनटाइम परफॉरमेंस 45.2% रहा.
55 प्रतिशत घरेलू उड़ानें लेट
घरेलू उड़ानों में इंडिगो का बेहतरीन नेटवर्क है. एयरलाइन प्रति दिन 1600 से अधिक फ्लाइट संचालित करती है. लेकिन शनिवार को इंडिगो की केवल 45 फीसदी फ्लाइट्स ही समय पर ऑपरेट हो सकीं. इंडिगो की 55 प्रतिशत घरेलू उड़ानें निर्धारित समय से देरी से संचालित हुईं, क्योंकि बड़ी संख्या में केबिन क्रू सदस्य उपलब्ध नहीं थे. कुल 900 उड़ानों में देरी हुई.
इस वजह से हुई क्रू की कमी
उद्योग के सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया की भर्ती प्रक्रिया का दूसरा चरण शनिवार को शेड्यूल था और छुट्टी लेने वाले इंडिगो के अधिकांश केबिन क्रू सदस्य इसके लिए गए थे. मतलब ये कि इंडिगो के चालक दल के सदस्य बीमारी के नाम पर छुट्टी लेकर एयर इंडिया की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने चले गए थे. इस वजह से इंडिगो की 900 से अधिक फ्लाइट लेट हो गईं.
पिछले साल आठ अक्टूबर को एयरलाइन के लिए सफलतापूर्वक बोली जीतने के बाद टाटा समूह ने 27 जनवरी को एयर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था. एयर इंडिया ने नए केबिन क्रू सदस्यों के लिए एक भर्ती प्रक्रिया शुरू की है. एयरलाइन नए विमान खरीदने और अपनी सेवाओं में सुधार करने की योजना बना रही है.
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