उज्जैन। जब से सीधी बस दुर्घटना हुई उसी दिन से सूबे में परिवहन विभाग द्वारा यात्री बसों की औचक निरीक्षण कर चेकिंग की जा रही है। ऐसे ही चेकिंग शनिवार रात्रि को एक यात्री बस को आरटीओ संतोष मालवीय की टीम ने इसलिए जब्त कर लिया था, क्योंकि उसके कागजात कम्पलीट नहीं थे। इन्होंने बस को मक्सी मार्ग पर नगर निगम के डिपो में खड़ी करवाया और चले गए। यह भी नहीं सोचा कि बस में बच्चे, महिलाएं, वृद्ध बैठे हैं और मच्छर तथा भूख से परेशान होंगे। रातभर लोगों ने बस में ऐसे ही गुजारी। इधर रविवार सुबह एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने कलेक्टर के आदेश पर यात्रियों को उसी बस से रवाना किया।
जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र ट्रेवल्स की बस क्रं.यूपी 75 एम 9453 अहमदाबाद से ग्वालियर के लिए निकली थी। बस में 35 यात्री सवार थे। इनमें बच्चे एवं बुजूर्ग से लेकर जवान दम्पत्ति भी शामिल थी। बस को शनिवार रात्रि करीब साढ़े 8 बजे आरटीओ ने जांच के लिए रोका। ड्राइवर के पास परमिट नहीं था वहीं क्लिनर सुनील के अनुसार आरटीओ ने कोई बात नहीं सुनी तथा बस को डिपो में खड़ा करवा दिया और चले गए। यात्रियों ने लगाए आरोप भिण्ड निवासी मुरालीलाल ने आरोप लगाया कि रातभर परेशानी में बिताई। पीने के पानी के लिए भी तरस गए। मच्छरों ने जमकर काटा। नाथूसिंह निवासी भिण्ड के अनुसार वे अपने साथ मरीज को उपचार के लिए ले जा रहे थे। उन्हे ग्वालियर तक जाना था। मरीज भी जमकर परेशान हुआ। आरटीओ से किया जवाब तलब इस संबंध में कलेक्टर आशीषसिंह ने कहा कि उन्होंने आरटीओ संतोष मालवीय से जवाब तलब किया है, और मामले की जांच की जा रही है।