इंदौर। इंदौर से नई दिल्ली के लिए शुक्रवार को रवाना हुई सुपरफास्ट ट्रेन (20957) में खराबी के कारण सभी 11 एसी कोच के एसी नहीं चले। इस कारण लोगों को फतेहाबाद से रतलाम तक का सफर भारी परेशानी के बीच करना पड़ा। लोगों ने एसी कोच के दरवाजे खोलकर सफर किया। खराबी के कारण ट्रेन करीब 40 मिनट लेट हुई।
यात्रियों ने टीसी को शिकायत की तो अफसरों द्वारा रतलाम स्टेशन पर दूसरे इंजन की व्यवस्था की गई, तब एसी चल सके और लोगों को राहत मिली। यात्रियों ने बताया कि यह ट्रेन एचओजी (हेड ऑन जनरेशन) तकनीक से संचालित होती है, जिसमें कोच में लगने वाली बिजली पटरी के ऊपर लगे तारों से इंजन के माध्यम से कोच तक पहुंचती है। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री अमोल वाधवानी ने बताया कि इंजन में कुछ समस्या होने के कारण एसी कोच को पॉवर सप्लाई नहीं मिल पा रही थी, जिससे एसी नहीं चल पाए।
इंदौर से फतेहाबाद के बीच दो बार एसी चले और फिर बंद हुए। रतलाम में दूसरा लोको लगाने पर समस्या दूर हो गई और फिर दिल्ली तक का सफर यात्रियों ने आराम से तय किया। लोको बदलने के कारण ट्रेन लगभग 40 मिनट लेट हुई। 20 कोच की ट्रेन में एसी के 11 कोच लगते हैं, जिनमें एक फस्र्ट एसी, दो सेकंड एसी, छह थर्ड एसी और तीन थर्ड एसी इकोनॉमी श्रेणी के कोच हैं।
डीजी सेट की मोटर जल गई थी
इस संबंध में पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने माना कि नई दिल्ली सुपरफास्ट ट्रेन के एसी नहीं चल पा रहे थे। डीजी सेट की मोटर जलने के कारण ऐसा हुआ। रतलाम पहुंचने पर इंजन बदला गया और सप्लाई बहाल की गई।
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