उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक निर्माणाधीन सुरंग का हिस्सा ढह गया है. बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और बचाव अभियान जारी है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मलबे में 50-60 मजदूरों के फंसे होने की खबर है.
बता दें कि इस मॉनसून के मौसम में उत्तराखंड में भी भारी बारिश हुई, जिसके कारण लोगों की जान चली गई और इमारतों, सड़कों और राजमार्गों को नुकसान पहुंचा. इस साल अगस्त में, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की ‘एडिट-II’ नामक सुरंग के अंदर लगभग 114 श्रमिक फंस गए थे, जब शिवपुरी क्षेत्र में बाढ़ की धारा का पानी इसमें भर गया था. हालांकि, पुलिस की एक टीम ने पानी को बाहर निकाला और रस्सियों की मदद से सभी 114 श्रमिकों को बचा लिया.
वहीं उत्तराखंड सरकार और प्रशासन की टीमों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि अंदर मजदूरों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दिया गया है. टनल के अंदर सभी मजदूर सुरक्षित हैं. घटना रविवार सुबह पांच बजे के आसपास का बताया जा रहा है. सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि सुरंग में जो मजदूर काम कर रहे थे वो द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं.
घटना की जानकरी मिलते ही उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों की कमान संभाली. मौके पर पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन, आपातकालीन 108 व सुरंग का निर्माण करा रही संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के कर्मचारी भी मौके पर सुरंग खुलवाने के काम में जुटे हुए हैं. हर मौसम के अनुकूल चार धाम सड़क परियोजना के तहत बन रही इस सुरंग के बनने से उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम तक का सफर 26 किलोमीटर कम हो जाएगा.
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