नई दिल्ली। संसद (parliament) का शीतकालीन सत्र (winter session) आज से शुरू होने वाला है, जिसके हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष (opposition) महंगाई (inflation) और बेरोजगारी (unemployment) पर अभी से हमलावर है। इसके अलावा चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया (Election commissioner appointment process), अर्थव्यवस्था और चीन सीमा पर तनाव सहित तमाम मुद्दों पर चर्चा की मांग कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। वहीं, सरकार लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से नियमों के तहत विपक्ष के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर मंगलवार को सर्वदलीय बैठक हुई। जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, बीजद और आप के करीब 31 दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए रक्षा मंत्री एवं लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन के सुचारू कामकाज संचालित होने के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा। वहीं, सभी दलों ने बैठक में अपने-अपने मुद्दों का जिक्र किया।
सदन में कामकाज का माहौल बनाए सरकार : अधीर रंजन
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश में आज मुद्दे ही मुद्दे हैं। विपक्ष सदन में चर्चा और सिर्फ चर्चा करना चाहता है। ऐसे में चर्चा के लिए पर्याप्त समय देकर सरकार को सदन में कामकाज का माहौल तैयार करना चाहिए। विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी, चीन सीमा, केंद्र-राज्य संबंध एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण पर चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा कि कॉलेजियम पर सरकार और न्यायपालिका के बीच जो स्थिति पैदा हुई है, वह भी एक अहम विषय है। सरकारी प्रतिष्ठानों का कथित दुरुपयोग एवं संघीय ढांचे पर लगातार आघात से जुड़े विषय को भी पार्टी सदन के अंदर उठाएगी।
बीजद ने महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग की
बीजद ने बैठक में सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग की। बीजद के राज्यसभा सदस्य डॉ. सस्मित पात्रा ने कहा कि उनकी पार्टी ने सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने की मांग की है। वहीं, शिवसेना का शिंदे गुट चाहता है कि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पारित कराया जाए। इसके साथ दूसरे दलों ने भी अपने-अपने मुद्दे उठाए।
मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए सरकार तैयार : जोशी
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने विभिन्न दलों के सदन के नेताओं के साथ सत्र में उठाए जाने वाले विषयों के बारे में विस्तृत चर्चा की है। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से नियमों के तहत विपक्ष की तरफ से उठाए मुद्दों पर चर्चा कराने को सरकार तैयार है। उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
शीतकालीन सत्र का आज से आगाज
संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू हो रहा है। यह सत्र 29 दिसंबर को समाप्त होगा। आठ दिसंबर को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आ रहे हैं, ऐसे में इसका असर भी सत्र पर नजर आएगा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण पहले दिन सत्र की बैठक स्थगित की जाएगी। सरकार ने इस सत्र के दौरान 16 विधेयकों की सूची तैयार की है।
सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयक
1. व्यापार चिह्न (संशोधन) विधेयक, 2022
2. वस्तुओं का भौगोलिक संकेत (पंजीकरण और संरक्षण) (संशोधन) विधेयक, 2022
3. बहु-राज्य सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022
4. छावनी विधेयक, 2022
5. पुराना अनुदान (विनियमन) विधेयक, 2022
6. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2022
7. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक, 2022
8. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (चौथा संशोधन) विधेयक, 2022
9. संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022
10. निरसन और संशोधन विधेयक, 2022
11. राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2022
12. नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल, 2022
13. वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2022
14. तटीय जलीय कृषि प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2022
15. उत्तर पूर्व जल प्रबंधन प्राधिकरण विधेयक, 2022
16. कलाक्षेत्र फाउंडेशन (संशोधन) विधेयक, 2022
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