गुना। प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा मनमानी फीस वसूलने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को एक बार फिर से बड़ी संख्या में अभिभावक शहर के शांति पब्लिक स्कूल जा पहुंचे। लेकिन यहां स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से बात करने की बजाए डायल-100 पुलिस को बुला लिया। इस तरह के व्यवहार से आक्रोशित सभी अभिभावक एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों को स्कूल प्रबंधन द्वारा वसूली जा रही अनुचित फीस के बारे में बताया। यहां कोई संतोषजक जवाब नहीं मिलने पर अब अभिभावक मंगलवार, 13 अक्टूबर को स्कूल प्रबंधन से बात करने के लिए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक शहर के निजी स्कूल संचालकों द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर अभिभावकों से ज्यादा फीस मांगी जा रही है। इसी बात का सभी अभिभावक विरोध कर रहे हैं। सोमवार को ताजा विवाद शहर के शांति पब्लिक स्कूल में सामने आया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा लगातार फोन कर फीस मांगने से परेशान होकर 50 से अधिक अभिभावक सुबह के समय स्कूल पहुंच गए। यहां सभी अभिभावक प्रबंधन से फीस को लेकर बात करना चाहते थे लेकिन कोई नहीं आया। थोड़ी देर बाद वहां डायल-100 पुलिस पहुंच गई। अभिभावकों को बताया कि उन्हें स्कूल से फोन पहुंचा था इसलिए वह यहां आए हैं। प्रबंधन का यह व्यवहार देख सभी अभिभावक आक्रोशित हो गए। उनका कहना था कि वे सभी यहां लडऩे नहीं आए हैं और न ही वे अपराधी हैं जिसके लिए प्रबंधन ने पुलिस बुलाई है। वह तो सिर्फ शासन व न्यायालय के आदेशों के तहत फीस का मसला सुलझाने आए थे। थोड़ी देर इंतजार करने के बाद सभी अभिभावक कलेक्ट्रेट पहुंच गए। लेकिन यहां नामांकन को लेकर पहले से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। साथ ही ज्यादा संख्या में कलेक्ट्रेट में प्रवेश पर रोक है। इसलिए अभिभावकों में से 5 ही लोगों को अंदर जाने दिया गया। जिन्होंने अधिकारियों को अपनी समस्या बताई। जिस पर प्रशासन ने आवेदन लेकर समस्या निराकरण का आश्वासन दे दिया।
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यह बोले अभिभावक
स्कूल प्रबंधन की तरफ से लगातार फीस जमा करने के लिए फोन लगाया जा रहा है। जिसमें फीस नहीं बताई जा रही है। हम प्रथम किस्त जमा कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी बिना पढ़ाई के ही फीस मांगी जा रही है। ऑन लाइन पढ़ाई सिर्फ एक महीने हुई है, जिसे हमारे बच्चों ने अटैंड ही नहीं किया है फिर किस बात की फीस ली जा रही है।
महेंद्र शर्मा, पालक
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शासन व न्यायालय ने सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए थे। लेकिन स्कूल प्रबंधन
ट्यूशन फीस के नाम पर कम्प्यूटर प्रशिक्षण व खेल गतिविधयों का भी शुल्क वसूलना चाहते हैं। जबकि इनका उपयोग बच्चे कर ही नहीं रहे। यही नहीं प्रबंधन ने नियम विरुद्ध तरीके से 15 प्रतिशत फीस तक बढ़ा दी है। इसी बात का विरोध सभी अभिभावक कर रहे हैं।