पन्ना । मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना जिला अस्पताल (Panna District Hospital) के ब्लड बैंक (Blood Bank) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ब्लड बैंक का कर्मचारी हिंदू-मुस्लिम (Hindu-Muslim) जैसी बाते करते सुनाई दे रहा है. प्रदेश की राजनैतिक गलियारों में यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल, जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में पदस्थ लैब टेक्नीशियन रविकांत शर्मा एक वायरल वीडियो की वजह से सुर्खियों में आ गए हैं. इस वीडियो में टेक्नीशियन एक युवक से पूछता है- ‘जो खून देने आया है, क्या वो मुस्लिम है? और जिसे खून चढ़ाया जाना है वो हिंदू है?
यह बात सुनते ही युवक उनसे कुछ सवाल-जवाब करते नजर आ रहा है.
युवक कहता है- ”जब डोनर खून देने के लिए तैयार है और जिसे खून चढ़ाया जा रहा है, उसे भी दिक्कत नहीं है तो फिर आपको क्या दिक्कत है?”
टेक्नीशियन कहता है, ”यह हमारी नौकरी का सवाल है.”
वीडियो को लेकर कई लोग सोशल मीडिया पर तरह तरह की बातें लिख रहे हैं. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी इस वीडियो का जिक्र कर चुके हैं.
जब हमने इस वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि यह वीडियो 22 जून का है. जिले के नरदहा निवासी सुरेश सोनकर नाम का युवक अपनी मां के लिए ब्लड की जरूरत पड़ने पर एक रक्तदाता को ब्लड बैंक लेकर पहुंचा. वह रक्तदाता मुस्लिम था. हमने सुरेश सोनकर से बात की तो पता कि आखिर टेक्नीशियन ने खून देने में हिंदू-मुस्लिम की बात की थी. वहीं, अब इस मामले में सिविल सर्जन ने ब्लड बैंक कर्मचारी को नोटिस देकर जबाब मांगा है.
बीमार मां के लिए ब्लड लेने गया था बेटा
मरीज के अटेंडर सुरेश सोनकर ने बताया, ”हमारी मां बीमार थी और जिला अस्पताल में भर्ती थी. डॉक्टर ने खून की कमी बताई थी. किडनी मैं इंफेक्शन बताया था. डॉक्टर ने ब्लड की व्यवस्था करने की बात कही. तब हम ब्लड बैंक गए लेकिन मना कर दिया गया. बाद में हम अपने मुस्लिम भाई (दोस्त ) को लेकर गए तो वहां पर बैठे शख्स ने हमसे पूछा, यह कौन है?
पीड़ित ने मुस्लिम युवक को बताया दोस्त
सुरेश ने बताया कि भाई है., तो उसने कहा, यह मुस्लिम है तो हिंदू का भाई कैसे हो सकता है. हिंदू-मुस्लिम की बातें हुई थी. हम मजदूरी करते हैं और अन्य कोई आर्थिक साधन नहीं है. मां इस समय घर में पड़ी है. कभी ठीक हो जाती है. कभी बीमार रहती है. हालांकि, हमने इस मामले की कोई कहीं शिकायत दर्ज नहीं कराई.
पेशेवर ब्लड डोनर की तहकीकात करते हैं ब्लड बैंककर्मी : सिविल सर्जन
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ आलोक गुप्ता ने बताया, जिला यह मामला 22 जून का है. ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने हिंदू-मुस्लिम की बातें नहीं की थीं. उस समय मरीज के अटेंडर ने अपने साथ आए एक शख्स को अपना भाई बताया था. लेकिन नाम के हिसाब से डोनर मुस्लिम था. इस पर लैब टेक्निशियन ने सिर्फ इतना कहा, मुसलमान को भाई कैसे बता रहे हो.
सिविल सर्जन के अनुसार, कई बार पेशेवर ब्लड डोनर को रोकने के लिए लैब टेक्निशियन तहकीकात करते हैं. हालांकि, इस मामले में उक्त व्यक्ति को नोटिस देकर जानकारी ली जाएगी. तत्पश्चात कोई कार्रवाई की जाएगी.
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