उज्जैन। कोरोना महामारी के कारण बीते 6 महीनों से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। प्रदेश तथा जिले में भी अभी तक लोग इस बीमारी से संघर्ष कर रहे हैं। बीते 4 महीनों में शहर में हुई मौतों के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इन्हें देखकर यह लग रहा है कि वाकई में लोगों की अतिरिक्त जानें गई है या फिर कोरोना की दहशत से लोग मरे हैं।
पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। राष्ट्रीय स्तर पर रोजाना पॉजीटिव आ रहे केस का आंकड़ा अब 28 हजार के पार तक जा रहा है, वहीं रोज सैकड़ों मौतें भी हो रही है। प्रदेश में भी करीब-करीब यही हाल है, मार्च के अंतिम सप्ताह से उज्जैन जिले में भी कोरोना के केस सामने आने लगे थे। शुरुआती पखवाड़े में ही उज्जैन जिला इंदौर और भोपाल के साथ रेड झोन में शामिल हो गया था। लगभग 10 दिन पहले तक 800 से ज्यादा जिले के पॉजीटिव केस में से एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 15 तक पहुँच गई थी। इसके विपरित इंदौर और भोपाल की स्थिति बिगड़ती रही। इधर एक और चौकाने वाला तथ्य नगर निगम से पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के विधानसभा के उठाए गए प्रश्न के बाद सामने आया है। इसमें उन्होंने पूछा है कि इस साल मार्च, अप्रैल, मई और जून महीने में कितने लोगों की जान उज्जैन जिले में गई है, जबकि इन्हीं महीनों में बीते साल कितने लोग मरे थे और उनमें से कितनों का अंतिम संस्कार हुआ या कितनों को दफनाया गया। पूर्व मंत्री पटवारी द्वारा सदन में लगाए गए प्रश्न का जवाब नगर निगम ने तैयार कर लिया है।
एक नजर मौतों के तुलनात्मक आंकड़ों पर : पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के प्रश्न के जवाब में नगर निगम ने आंकड़े तैयार किए हैं। इसके मुताबिक गत वर्ष 2019 में मार्च के महीने में 58 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ तथा 14 लोगों को दफनाया गया। अप्रैल महीने में 148 का अंतिम संस्कार और 26 को दफनाया गया। मई के महीने में 281 का अंतिम संस्कार और 49 को दफनाया गया, जबकि जून महीने में गए साल 297 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ और 44 को दफनाया गया था, तब कोरोना महामारी नहीं थी लेकिन इस बार 2020 के मार्च महीने में कोरोना काल के दौरान 63 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ और 19 को दफनाया गया। अप्रैल महीने में 209 अंतिम संस्कार हुए और 102 लोग दफनाए गए। मई के महीने में इस साल 270 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ और 107 दफनाए गए, वहीं जून महीने में 250 अंतिम संस्कार हुए और 46 लोगों को कब्रिस्तान में दफन किया गए। इन आंकड़ों को जोड़ा जाए तो साल 2019 में मार्च से जून तक की अवधि में कुल 784 अंतिम संस्कार हुए और 133 दफनाए गए, जबकि इस साल 2020 में उक्त 4 महीनों में कुल 792 अंतिम संस्कार हो चुके हैं और 274 लोगों को दफनाया जा चुका है। स्पष्ट है कि गुजरे वर्ष के मुकाबले इन 4 महीनों में इस साल 149 अतिरिक्त जानें गई हैं। यह अभी भी रहस्य है कि इसमें अतिरिक्त मरने वाले कोरोना से मरे हैं या फिर उसके भय से जान गई है। हालांकि जिले में अभी तक कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग 71 ही बता रहा है।
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