सीहोर। मंगलवार को जिला मु यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर धाम पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में होलिका दहन का आयोजन हुआ। श्रद्धालुओं ने होलिका दहन से पहले पूजा और परिक्रमा की। होलिका जलाने से पहले उसमें धागा बांधकर परिक्रमा की गई। होली दहन से पहले यहां पर श्रद्धालुओं ने परिसर में रंगोली आदि बनाई थी। इस मौके पर भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा ने होलिका दहन के महत्व के बारे में उपस्थित लोगों को बताया। होलिका दहन से पहले श्रद्धालुओं ने अपने बच्चों की लंबी आयु, स्वास्थ्य आयु के लिए पूजा अर्चना की दहन के बाद गुलाब के फूलों की होली खेली गई। धाम पर होलिका दहन अनूठे तरीके से मनाया गया। पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि बुराई चाहे जितनी भी बड़ी हो वह सच्चाई को खत्म नहीं कर सकती। होली का त्योहार स्पष्ट संदेश देता है कि ईश्वर से बढ़कर कोई नहीं होता। सारे देवता, दानव, पितर और मानव उसी के अधीन है जो उस परमतत्व को छोड़कर अन्य में मन रमाता है वह होली के त्योहार के संदेश को नहीं समझता। ऐसा व्यक्ति संसार की आग में जलता रहता है और उसे बचाने वाला कोई नहीं है।
होली पर्व को लेकर इस वर्ष बाजारो में भारी चहल पहल देखने को मिली। मंगलवार की सुबह से ही लोग वाग सामान खरीदने को निकले। किराना दुकानों पर सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई। वहीं मिठाई दुकानों पर भी खरीददारों की भीड़ थी। बच्चों में होली के रंग गुलाल, पिचकारी लेने की होड़ लगी रही। बाजार में इस वर्ष अनेक तरह की रंग बिरंगी पिचकारी आई है जिन्हें बच्चों ने शौक से खरीदा। बुधवार को शहर में गमी वाले परिवारो में लोगो ने पहुंचकर रंग गुलाल लगाकर होली खेली तो वहीं बच्चों ने जमकर रंग गुलाल उड़ाया और एक दूसरे को रंगकर जमकर होली का आनंद उठाया।
बच्चों में दिखा सबसे अधिक उत्साह
बुधवार को सुबह से ही होली के पर्व को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। सुबह से बच्चें पिचकारियों में रंग भरकर एक दूसरे पर डालते नजर आए। तो वही हाथो में रंग गुलाल उड़ाते नजर आए। गंज, कस्बा, मंडी, छावनी क्षेत्र के हरेक गली मोहल्लो में बच्चो की टोली नजर आई जो हरेक व्यक्ति पर पिचकारियों से रंग फेंकते नजर आए। रंगो का यह क्रम दोपहर तक चलता रहा। दोपहर में होली की हुलियारे ने भी जमकर रंगो के त्योहार को अपने ही अंदाज में मनाया। होली की हुड़दंग में जमकर नाचे गाये और मोज मस्ती में नजर आए।
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