इंदौर। ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव 25 जून को है, लेकिन कल पंच-सरपंच के मतपत्र नहीं छपे थे। एडीएम अजयदेव शर्मा ने दो दिन पहले प्रिंटिंग प्रेस मालिक को तलब कर हिदायत दी कि जल्द से जल्द सभी मतपत्र की छपाई पूरी करे। इसके बाद कल देर रात तक मतपत्रों की छपाई की गई।
बताया जा रहा है कि एडीएम ने जब प्रेस मालिक से अभी तक मतपत्र नहीं छपने का कारण पूछा तो उसने कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया। पिछले 5 दिनों से जिला प्रशासन के अधिकारी प्रिंटिंग प्रेस पर जाकर वहां के कर्मचारियों से जल्द से जल्द मतपत्र छापने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन तेजी से छपाई नहीं हुई तो थक-हारकर वरिष्ठ अधिकारियों को सच्चाई बताई थी।
जिला पंचायत व जनपद पंचायत के मतपत्रों की नंबरिंग भी पूरी
जिला पंचायत के 6 लाख 93 हजार गुलाबी मतपत्र तथा इतने ही जनपद पंचायत के चुनाव के लिए पीले मतपत्र की छपाई हुई। दोनों पद के लिए कुल 13 लाख 86 हजार मतपत्र छापे गए हैं। पिछले 5 दिनों से नंबरिंग की जा रही है, जो अब पूरी हो गई है ।
सरपंच और पंच के लिए इतने छपे मतपत्र
सरपंच और पंच के लिए मतपत्र कम छापे गए हैं, क्योंकि 3117 पंच तथा 16 सरपंच निर्विरोध ही चुन लिए गए हैं। इंदौर जनपद पंचायत के सरपंच के लिए 1 लाख 57 हजार, महू जनपद पंचायत के लिए 1 लाख 79 हजार 295, देपालपुर के लिए 1 लाख 45 हजार 545 तथा सांवेर जनपद पंचायत के लिए 1 लाख 95 हजार 165 मतपत्र छापे गए हैं। इसी प्रकार पंच के लिए इंदौर जनपद में 90 हजार 50, सांवेर में 40 हजार 832 तथा देपालपुर में 23 हजार 450 मतपत्र छापे गए हैं।
सबसे ज्यादा महू जनपद पंचायत के लिए छपे 1 लाख 87 हजार से अधिक मतपत्र
जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा जनपद पंचायत महू के लिए 1 लाख 87 हजार 680 मतपत्र छापे गए हैं। दूसरे नंबर पर इंदौर जनपद पंचायत है, जहां 1 लाख 73 हजार 250 मतपत्र, देपालपुर जनपद पंचायत के लिए 1 लाख 52 हजार 890 तथा सांवेर जनपद पंचायत के लिए 1 लाख 44 हजार 870 मतपत्र छापे गए हैं।
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