नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आम नागरिकों को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों (Pak Terror Outfits) के इशारे पर निशाना बनाया जा रहा है। सरकार के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी संगठन इन हमलों में कश्मीर के हाइब्रिड या पार्ट टाइम आतंकियों (Hybrid Terrorists) का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये पार्ट टाइम या हाइब्रिड आतंकी सामान्य नौकरियां करते हैं और आम नागरिकों को छोटे हथियार यानी पिस्टल से निशाना बना रहे हैं. हमला करने के बाद ये अपनी सामान्य जिंदगी जीने लगते हैं।
सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों को ऐसे युवाओं के बारे में इनपुट मिले हैं. ऐसे युवाओं की पहचान तेजी से की जा रही है. दरअसल कश्मीर में बीते दो दिनों में पांच आम नागरिकों की हत्या हुई है. इसके बाद घाटी में एक बार फिर बढ़ते आतंकवाद को लेकर चिंता जाहिर की जाने लगी है।
इन घटनाओं पर जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है, ‘हाल में हो रही घटनाएं लोगों के बीच डर पैदा करने के लिए की जा रही हैं. इन घटनाओं का उद्देश्य क्षेत्र में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना है. कश्मीर के स्थानीय मूल्यों को बदनाम करने के लिए ये एक बड़ा षड्यंत्र है. ये पाकिस्तानी एजेंसियों के इशारे पर किया जा रहा है।’
हाइब्रिड आतंकियों की हो रही है पहचान- आईजी विजय कुमार
वहीं कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कहा है-इस साल अब तक 28 आम नागरिकों की हत्या हुई है, जिनमें 5 स्थानीय हिंदू-सिख समुदाय से हैं. बीते समय में पुलिस और सुरक्षा बलों के सख्त एक्शन की वजह से हताश होकर अब आतंकियों ने अब रणनीति में बदलाव किया है. ये हमले नए रिक्रूट कर रहे हैं. इन सभी की पहचान की जा रही है और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
TRF के जरिए लश्कर बना रहा है टारगेट
आम नागरिकों की हत्याओं को लेकर आतंकी संगठन ‘द रजिस्टेंस ग्रुप’ (TRF) चर्चा में आ गया है. इस संगठन ने कश्मीरी बिजनेसमैन माखन लाल बिंदरू और अन्य दो नागरिकों की हत्या की जिम्मेदारी ली है. आतंकी संगठन TRF को पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का फ्रंट माना जाता है. सूत्रों के मुताबिक बीते दिनों में टीआरएफ के ओवरग्राउंड वर्कर्स पूरी तरह मुख्य काडर में तब्दील हो चुके हैं और लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर रहे हैं।
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