इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बड़बोले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने इल्जाम लगाया है कि भारत इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation of Islamic Cooperation-OIC) की मीटिंग को सबोटेज करना चाहता था. उन्होंने कहा कि भारत ने मीटिंग को रुकवाने की तमाम कोशिशें की, लेकिन सफल नहीं हो पाया. बता दें कि पाकिस्तान 22-23 मार्च को ओआईसी के विदेश मंत्रियों की परिषद के 48वें सत्र की मेजबानी करने जा रहा है.
मुस्लिम देशों से की ये अपील
बैठक से पहले, मीडिया से बात करते हुए शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने मुस्लिम देशों से एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘यदि हम बंटे रहे तो दो अरब मुसलमान मायूस रहेंगे. लेकिन यदि हम एकजुट रहे तो 15 मार्च को इस्लामोफोबिया-डे जैसी तमाम सफलताएं मिलेंगी’. उन्होंने कहा कि भारत के साथ ही कुछ हमारे अपनों ने भी OIC मीटिंग की राह में रुकावटें पैदा करने की कोशिश की थी.
कुरैशी ने अपनों पर साधा निशाना
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘हमारे कुछ अपने भी भारत के जाल में फंस गए और कहा कि मीटिंग किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे. उन्हें समझना चाहिए जो कुछ हो रहा है वो किसी पार्टी के लिए नहीं बल्कि मुल्क के लिए हो रहा है’. उन्होंने आगे कहा कि भारत की तमाम कोशिशों के बावजूद ये बैठक हो रही है और बहुत अच्छे से हो रही है.
भारत ने जताया था विरोध
गौरतलब है कि इस बैठक में शामिल होने के लिए सर्वदलीय हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन को आमंत्रित करने को लेकर भारत ने कड़ा रुख अपनाया था. भारत सरकार ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि वो इस तरह की गतिविधियों को बहुत गंभीरता से लेती है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि हम ओआईसी से उम्मीद करते हैं कि भारत-विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद में शामिल रहने वालों को बढ़ावा नहीं दिया जाए. भारत ऐसी कार्रवाइयों को बहुत गंभीरता से लेता है जिसका मकसद देश की एकता को नुकसान करना और इसकी संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करना है.
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