नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में आजकल बड़ा बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री इमरान खान खुद ही अपनी सेना की काबीलियत और अपनी आदालतों की ईमानदारी पर सवाल खड़े कर रहे हैं और बौखलाहट में उनकी जुबान से ऐसे ऐसे शब्द निकल रहे हैं, जो सारी दुनिया में पाकिस्तान का मजाक बना रहे हैं। इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा है और अपनी सेना, अदालतों को भला बुरा कहा है।
जियाउल हक के जूते पॉलिश करके मिनिस्टर बना था नवाज- इमरान
इमरान खान ने कहा, ‘’ये वो नवाज़ शरीफ है, जो आज फौज के उपर इस तरह की जुबान इस्तेमाल कर रहा है। ये जनरल जिलानी के घर के उपर सरिया बनाते हुए मिनिस्टर बना था। ये वो आदमी है, जो जियाउल हक के जूते पॉलिश करते-करते चीफ मिनिस्टर बना था। ये वो आदमी है, जिसने जनरल दुर्रानी जब आईएसआई के चीफ थे, पीपुल्स पार्टी के खिलाफ जब इलेक्शन हुआ तो मिरान बैंक से इसने इलेक्शन लड़ने के लिए करोड़ों रुपया लिया था।”
इमरान खान को दरअसल इस बात का डर सता रहा है कि पाकिस्तान की 11 विपक्षी पार्टियों ने एक साथ उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और लंदन से जारी एक संदेश में नवाज शरीफ ने इमरान खान को आईएसआई और सेना की कठपुतली कह दिया। हालत ये है कि पाकिस्तान में अब सेना और आईएसआई को भी खुलकर निशाना बनाया जा रहा है।
बौखलाए इमरान ने नवाज शरीफ के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपनी बदजुबानी का निशाना बनाया। इमरान ने कहा, ‘कभी भी हिन्दुस्तान में ऐसी हुकूमत नहीं आई जो मुसलमानों से और पाकिस्तान से इतनी नफरत करती हो, जितनी नरेंद्र मोदी की हुकूमत करती है। हमारे फौजियों के ऊपर हमले हो रहे हैं। हर रोज हमारे फौजी अपनी जान की कुर्बानियां दे रहे हैं।”
पाकिस्तानी फौज पर ही उठा दिए सवाल
हद तो तब हो गयी जब इमरान खुलकर ये कबूल करने लगे कि कैसे भारतीय भौज पाकिस्तानी फौज को नानी याद दिला रही है। खुद ही अपनी आवाम के सामने कबूलने लगे कि भारतीय फौज से पंगा लेना पाकिस्तानी रेंजर्स को कितना महंगा पड़ रहा है। इमरान ने कहा, “परसो 20 पाकिस्तान के सिक्योरिटी फोर्सेस के लोगों ने शहादत पाई। ये गीदड़ (नवाज़ शरीफ) जो दुम दबाकर बाहर भागा था।’
अदालतें भ्रष्ट लोगों और सेना की मदद करती हैं- इमरान
इमरान यहीं नहीं रुके अपनी फौज की पोल खोलने के बाद वो पाकिस्तान की अदालतों को भी कोसने लगे और बताने लगे उनकी देश की अदालतें भ्रष्ट लोगों और सेना की मदद करती हैं। इमरान ने कहा, ‘डीजी आईएसआई की सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट थी, लेकिन हमारी मुल्क की बदकिस्मती ये कि हमारे मुल्क की अदालतों ने इसकी हमेशा मदद की। ये वो आदमी है, जिसने आसिफ ज़रदारी को दो दफा जेल में रखा था। वो जरदारी जिसने पेपर मिल का केस इसके उपर बनाया था।”
सोचिए एक देश का प्रधानमंत्री खुद बता रहा है कि उनकी देश की अदलातें भ्रष्ट हैं। सेना के जवान मुंह की खा रहे हैं और कैसे उनके देश का पूर्व प्रधानमंत्री आईएसआई की शह से कुर्सी पर काबिज हुआ। इससे ज्यादा किसी देश की फजीहत क्या होगी, जिस देश के प्रधानंत्री को अपने देश की संस्थाओं पर खुद ही यकीन ना हो।
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