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पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में शहबाज शरीफ को न्योता नहीं भेजा तो भड़के पाकिस्तानी, जाने क्या बोले…

इस्लामाबाद: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लगातार तीसरी बार पीएम (PM) बनने वाले हैं। 9 जून को वह प्रधानमंत्री पद की शपथ (Oath) लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में भारत (India) ने पड़ोसियों को बुलाया है। श्रीलंका, मालदीव, सेशेल्स, बांग्लादेश, मॉरिशियस, नेपाल और भूटान (Sri Lanka, Maldives, Seychelles, Bangladesh, Mauritius, Nepal and Bhutan) के नेताओं (Leaders) को आमंत्रित किया गया है। साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार पीएम बने थे, तब उन्होने पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Prime Minister Nawaz Sharif) को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन 2019 में पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया। वहीं अब 9 जून को होने वाले शपथ ग्रहण में भी पाकिस्तान को भारत ने इग्नोर किया है। इसे लेकर पाकिस्तानी पत्रकार कमर चीमा ने रिएक्शन दिया है। उन्होंने भारतीय विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि भारत सार्क की अपनी सेटिंग कर रहा है, जिसमें वह पाकिस्तान को नहीं चाहता।



सार्क (SAARC) देशों के संगठन में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका आते हैं। कमर चीमा ने कहा, ‘भारत ने अगले पांच साल के लिए सार्क को फिर निष्क्रिय कर दिया है। भारत अपनी मर्जी से इंस्टीट्यूशनल सेटिंग कर रहा है। भारत ने पाकिस्तान को माइनस कर दिया है। वह अपनी मर्जी से क्षेत्र की सेटिंग कर रहा है, जिसमें पाकिस्तान का कोई किरदार नहीं है।’ चीन को अगर छोड़ दें तो पाकिस्तान भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी है। लेकिन भारत के साथ पिछले कई वर्षों से उसके संबंध खराब हैं।

पाकिस्तान नहीं कर सकता मनमानी
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में क्षमता नहीं कि वो अपनी मर्जी का क्षेत्री प्लेटफॉर्म बना सके, क्योंकि इनमें से कोई भी देश भारत को निकाल कर पाकिस्तान के साथ आने को तैयार नहीं है।’ भारत और मालदीव के बीच पिछले कुछ महीनों में तनाव देखा गया है, फिर भी शपथ ग्रहण में मालदीव को आमंत्रित किया गया है, जिसमें मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू शामिल होंगे। इसे लेकर कमर चीमा ने हैरानी जताते हुए कहा, ‘मालदीव को भारत ने आमंत्रित किया है, क्योंकि मालदीव उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। दूसरा भारत समझता है कि मालदीव की गलतियां इतनी बड़ी नहीं हैं कि उसे इग्नोर किया जाए। इसलिए वो चाहते हैं कि मालदीव को साथ मिला लो।’

पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
कमर चीमा ने कहा कि पीएम मोदी पर पड़ोसियों के साथ संबंधों को लेकर सवाल खड़े हुए थे, जिस कारण आज भारत पड़ोसी पहले नीति के तहत काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा, ‘भारत का इतना बड़ा पड़ोसी पाकिस्तान है लेकिन क्या वह उसकी तरफ आंखें बंद किए हुए है?’ चीमा ने आगे कहा, ‘पाकिस्तान अपनी रीजनल सेटिंग नहीं कर सकता, क्योंकि सबसे बड़ा डर है कि पाकिस्तान के साथ कोई खड़ा नहीं होगा। क्योंकि हमारे पास देने के लिए कुछ नहीं है।’ उन्होंने आगे कह, ‘हमारे लिए बड़ी समस्या है, अफगानिस्तान हम जा नहीं सकते और इधर (भारत) वाले हमें आने नहीं देते।’

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