इस्लामाबाद । फ्रांस की राजधानी पेरिस में व्यंग्यात्मक साप्ताहिक पत्रिका ‘शार्ली एब्दो के पूर्व कार्यालय के पास चाकू से हमला कर दो व्यक्तियों को घायल करने वाले आरोपी के पिता को अपने बेटे पर गर्व है। वेब आधारित चैनल नया पाकिस्तान को दिए एक इंटरव्यू में हमले का आरोपी अली हसन के पिता, जिनके नाम का खुलासा नहीं हुआ है, ने कहा है कि उनके बेटे ने बहुत अच्छा काम किया है और वह हमले को लेकर बहुत खुश हैं।
एक साक्षात्कार में अली हसन के पिता ने बताया कि वो एक किसान है, पंजाब के छोटे शहर मंडी बहाउद्दीन में रहते हैं। उन्होंने कहा कि अली हसन दो साल पहले फ्रांस गया था। उनके पांच बेटों में से तीन विदेश में, दो फ्रांस और एक इटली में हैं। मेरे बेटे के पास शेर का दिल है। बतादें कि हमले का मकसद अभी पता नहीं चल पाया है और यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह घटना शार्ली एब्दो से संबद्ध है, जिसने इस्लामी चरमपंथियों द्वारा 2015 में साप्ताहिक पत्रिका के कार्यालय पर हमले के बाद यहां अपना कामकाज समेट लिया था। उस घटना में 7 लोग मारे गये थे।
उल्लेखनीय है कि अली हसन की ओर से किए गए हमले में दो व्यक्ति घायल हुए जो कि टीवी प्रोडक्शन एजेंसी प्रीमियरस लिग्नेस से जुड़े हुए हैं। इनका ऑफिस भी उसी शहर के सेट्रल ब्लॉक में है। जो कि शार्ली हेब्दो के ऑफिस का उपयोग किया करते थे। जिस व्यक्ति ने अपने दो मिनट के वीडियो में कहा था कि वो पत्रिका को निशाना बनाने जा रहा है, उसने खुद का नाम जहीर हसन महमूद बताया है। अली हसन उर्फ ज़हीर हसन महमूद पर आरोप है कि उसने दो व्यक्तियों को पत्रिका के साथ काम करने को लेकर छुरा घोंपा था।
दूसरी ओर से पाकिस्तान में हमलावर के पिता ने इमरान खान सरकार और अन्य इस्लामी देशों से अपने बेटे को घर लाने में मदद करने की अपील की है। पिता ने कहा कि मैं अपने बेटे की घर वापसी के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील करना चाहता हूं, उसने इस्लाम को लेकर ऐसा किया है और हम एक मुस्लिम देश हैं। पिता ने कहा कि अली हसन एक अच्छा बेटा था जो कि नियमित रूप से प्रार्थन करता था और साल में दो बार मिलाद में भाग लेता था। पिता ने कहा कि अली हसन मुहम्मद इलियास कादरी, एक पाकिस्तानी सुन्नी मुस्लिम विद्वान और दावत-ए-इस्लामी संगठन के संस्थापक का अनुयायी था, जिनका पाकिस्तान समेत विदेशों में मदरसों की एक श्रृखंला है।
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