नई दिल्ली: पाकिस्तान में इस समय कंगाली छाई हुई है. भारी कर्ज में डूबे इस मुल्क की मौजूदा स्थिति अच्छी नहीं है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इसके कारण बौखलाए रहते हैं. वह पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते. अगर कोई भी जर्नलिस्ट उनसे कुछ भी पूछता है तो वो बिफर जाते हैं. बीते दिनों मीटिंग के दौरान अपने ही मुल्क के एक पत्रकार के सवाल पर वह भड़क गए थे. इस पत्रकार ने पीएम शहबाज से देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर सवाल पूछा था. इस सवाल पर वह गुस्सा हो गए.
इसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया. इस पत्रकार का नाम आजम चौधरी है. आजम पीटीवी (सरकारी स्वामित्व वाला चैनल) में काम करते हैं. आजम ने बताया कि उन्होंने 30 जून को पंजाब के गवर्नर हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम शहबाज से सवाल पूछा था. आजम चौधरी ने कथित तौर पर पाकिस्तान पीएम से कहा था कि मीडिया स्वतंत्र रूप से अपना काम नहीं कर पा रहा है. इस मीटिंग में शहबाज सरकार के दो मंत्री भी शामिल थे. मंत्री इशाक डार और मरियम औरंगजेब की मजूदगी में आजम ने पीएम ने सवाल किया था.
कब और कैसे खत्म होंगे मीडिया पर प्रतिबंध?
आजम चौधरी ने पीएम से कहा कि सत्तारूढ़ दलों के समर्थन के बावजूद भी मीडिया स्वतंत्र रूप से अपना काम नहीं कर पा रहा है. मीडिया पर प्रतिबंधों के मामले में मौजूदा दौर सबसे खराब है. उन्होंने पूछा कि मीडिया पर प्रतिबंध कब और कैसे खत्म होंगे. शहबाज शरीफ ने सवाल टाल दिया. पीएम शहबाज ने आजम चौधरी सूचना मंत्री से यह बात बताने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर आपको कुछ और बताना है तो बताएं.
मरियम ने पत्रकार के दावों को किया खारिज
पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पत्रकार के दावों को खारिज कर दिया. औरंगजेब ने कहा कि पीटीवी ने उन्हें कभी भी परमानेंट और कॉन्ट्रैक्टर एंप्लॉय के रूप में काम पर नहीं रखा था. मरियम ने कहा, मैं आजम चौधरी को जानती हूं और उनके विचारों से वाकिफ हूं, लेकिन इसके बावजूद, उन्हें प्रेस कॉन्फ्रें में बुलाया गया था. उन्हें एक सवाल पूछने की इजाजत दी गई. मरियम ने कहा कि अगर शहबाज शरीफ सरकार को पत्रकार के सवालों से कोई समस्या होती तो उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं बुलाया गया होता.
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