कराची। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जाता है। वहां हिंदू समुदाय की लड़कियों व महिलाओं के जबरन मतांतरण कर शादी करा दी जाती है। लेकिन शिकायते करने पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं। वहीं, अब कराची शहर में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कई लोगों ने गुरुवार को देश में हिंदू लड़कियों व महिलाओं के जबरन मतांतरण व शादी की समस्या के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए विरोध मार्च निकाला।
जबरन मतांतरण के विरुद्ध पीडीआई ने किया विरोध
रिपोर्ट के मुताबिक कराची प्रेस क्लब और सिंध विधानसभा के प्रवेश द्वार के बाहर इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन हिंदू संगठन पाकिस्तान दारावार इत्तेहाद (PDI) ने किया था। पीडीआई के एक सदस्य ने कहा, ‘हम सिंध में हदुओं के समक्ष मौजूद इस बड़ी समस्या को हल करना चाहते हैं। इसलिए हमने जबरन मतांतरण के खिलाफ विरोध मार्च निकाला है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ बर्बरता दिखाई जाती है।
जबरन मतांतरण कर दी जाती है शादी
पाकिस्तान के खासकर ग्रामीण इलाकों में 12 और 13 वर्ष की बच्चियों को दिनदहाड़े अगवा कर लिया जाता है। इसके बाद उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया जाता है और फिर किसी बड़े मुस्लिम आदमी से शादी कर दी जाती है। पीडीआई के एक सदस्य ने कहा कि गुरुवार के विरोध प्रदर्शन का कुछ प्रभाव पड़ा है क्योंकि कई लोग इस अपराध के बारे में जानते ही नहीं थे।
हालांकि वह ज्यादा लोगों के जुटने की अपेक्षा कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों से कुछ दूरी पर खड़े रहे। प्रदर्शनकारी सरकार से हिंदू महिलाओं के जबरन मतांतरण के विरुद्ध लंबित विधेयक पारित करने की मांग कर रहे थे।
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