इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने कहा है कि उनका देश तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान Tehreek-e-Taliban Pakistan (TTP) और पड़ोसी देश से आने वाले आतंकवाद को रोकने (stop terrorism) के लिए अफगानिस्तान (Afghanistan) में मौजूद तालिबानी आतंकियों (Taliban militants) के साथ मिलकर काम करेगा.
इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आतंकवाद के खतरे विशेष रूप से टीटीपी के बारे में बेहद चिंतित है, जिसने खुफिया एजेंसियों के सपोर्ट से पाकिस्तान के खिलाफ हजारों हमले किए हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवादी अफगानिस्तान में संघर्ष का फायदा उठा सकते हैं. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को रोकना बहुत जरूरी है.
इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि टीटीपी पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर हुए ज्यादातर हमलों के लिए भी जिम्मेदार है, जो उसने पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ETIM) के समर्थन से किए. उन्होंने उन आतंकवादी संगठनों को बेअसर करने के लिए अफगानिस्तान में अधिकारियों के साथ काम करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि तालिबान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) में शामिल होने और बीजिंग के साथ गहरे संबंध स्थापित करने की संभावनाओं का स्वागत किया है. इमरान खान ने इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका भी अफगानिस्तान की बहाली और पुनर्निर्माण में योगदान देकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. सीपीईसी के बारे में इमरान खान ने कहा कि चीन पहले ही प्रोजेक्ट के लिए करीब 25 अरब डॉलर का निवेश कर चुका है जबकि 20 अरब डॉलर की अन्य परियोजनाएं लागू की जा रही हैं. 25 अरब डॉलर के और प्रोजेक्ट पाइपलाइन में