इस्लामाबाद । पाकिस्तान के पेशावर यूनिवर्सिटी कैंपस में शनिवार को हो रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज की पाकिस्तान के आवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) की सहयोगी छात्र शाखा पख्तून स्टूडेंट फेडरेशन (पीएसएफ) ने घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि पीएसएफ के सैकड़ों कार्यकर्ता इस लाठीचार्ज में गंभीर रूप से घायल हो गए और सैकड़ों को गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह यूनिवर्सिटी कैंपस में बुनियादी अधिकारों की मांग कर रहे थे।
अवामी नेशनल एसोसिएशन के समर हारून बिलौर ने कहा कि पुलिस प्रशासन को पख्तून स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा कर देना चाहिए और असली गुनहगारों को पकडऩा चाहिए जिन्होंने शिक्षण संस्थान के माहौल को प्रदूषित कर दिया है और अब खुलेआम आतंकवाद पर उतर आए हैं।
पख्तून स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और उसी के साथ ही इंसाफ स्टूडेंट फेडरेशन (आईएसएफ) जोकि सत्तारूढ़ पार्टी का छात्र गुट है, को कानूनी सुरक्षा प्रदान करना यह बतलाता है कि किस तरह प्रांतीय सरकार पुलिस को अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के छात्र गुट के द्वारा किए गए हिंसा की भी निंदा की है।
समर ने कहा कि पेशावर यूनिवर्सिटी में पख्तून स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ताओं पर इंसाफ स्टूडेंट फेडरेशन के द्वारा गोलीबारी और की गई हिंसा की वे कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि इंसाफ स्टूडेंट फेडरेशन के कार्यकर्ता खुलेआम हथियार दिखा रहे थे और सरकार के समर्थन तले हिंसा फैला रहे थे। पीएसएफ कार्यकर्ताओं के प्रति पुलिस का रवैया निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण था।
उल्लेखनीय है कि पश्तून जिनको पख्तून भी कहा जाता है, का पाकिस्तान सेना के द्वारा प्रतिदिन नरसंहार किया जाता है। तमाम पश्तून नागरिकों की हत्या की जा चुकी है और कईयों को बलपूर्वक गायब कर दिया गया।
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