नई दिल्ली । आखिरकार पाकिस्तान की शीर्ष संघीय जांच एजेंसी ने 12 साल बाद स्वीकार किया है कि 2008 में हुए मुंबई हमले को उसके ही देश के 11 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। 26 नवम्बर से 29 नवम्बर तक चले इस आतंकी हमले में 155 लोगों की मौत हुई और 308 लोग घायल हुए थे। भारत ने मुंबई हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के लिए तमाम सबूतों के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आवाज उठाई लेकिन पाकिस्तान हमेशा इससे इनकार करता रहा। भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के वांछित हाई प्रोफाइल आतंकवादियों की इस सूची को यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि इसमें 2008 के मुंबई हमलों से जुड़े प्रमुख लोगों और मुख्य साजिशकर्ताओं को छोड़ दिया गया है।
दरअसल पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने अपने देश के 1210 मोस्ट वांटेड, हाई प्रोफाइल आतंकवादियों पर 880 पेज की एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कई सनसनीखेज खुलासे किये गए हैं। इसी रिपोर्ट में 26/11 मुंबई हमले की साजिश रचने के बारे में जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के मुल्तान निवासी मुहम्मद अमजद खान ने 2008 के आतंकवादी हमले में इस्तेमाल की गई नाव ‘अल फौज’ खरीदी थी। अमजद ने ही एक यामाहा मोटोआर नाव इंजन, लाइफ जैकेट, एआरजेड वाटर स्पोर्ट, कराची से इन्फ्लेटेबल बोट्स खरीदे, जो बाद में भारत के वित्तीय केंद्र पर हमलों में इस्तेमाल किए गए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बहावलपुर निवासी शाहिद गफूर नाव अल-हुसैनी के कप्तान थे और आतंकवादियों ने मुंबई तक पहुंचने के लिए नाव ‘अल-फौज’ का उपयोग किया था।
इस सूची में मुंबई आतंकवादी हमले में प्रयुक्त नौकाओं के 9 चालक दल के सदस्यों का भी उल्लेख है। रिपोर्ट में 9 चालक दल के सदस्यों के नाम साहिवाल जिले के निवासी मुहम्मद उस्मान, लाहौर जिले के अतीक-उर-रहमान, हाफिजाबाद के रियाज अहमद, गुजरांवाला जिले के मुहम्मद मुश्ताक, डेरा गाजीपुर जिले के मुहम्मद नईम, सरगोधा जिले के अब्दुल शकूर, मुल्तान के मुहम्मद साबिर, लोधरान जिला के मुहम्मद उस्मान, रहीम यार खान जिले के शकील अहमद बताये गए हैं। रिपोर्ट में इन सभी को संयुक्त राष्ट्र सूचीबद्ध आतंकी संगठन लश्कर ए तैय्यबा का सदस्य बताया गया है। रिपोर्ट में हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र सूचीबद्ध अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड बताया गया है।
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मसूद अजहर पिछले साल भारत में हुए पुलवामा आतंकवादी हमले में सूचीबद्ध था, जिसमें 40 से अधिक भारतीय अर्धसैनिक बल मारे गए थे। इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान की एक अदालत ने सईद को आतंक के वित्तपोषण के लिए 5 साल की सजा सुनाई थी। कुल मिलाकर इस सूची में बलूचिस्तान से 161 मोस्ट वांटेड आतंकवादी, खैबर पख्तूनख्वा से 737, सिंध से 100, पंजाब से 122, इस्लामाबाद से 32, और मोस्ट वांटेड सूची में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर से 30 हैं। सूची में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के नेता अल्ताफ हुसैन का भी नाम है, जो अब लंदन में रहता है। उस पर पाकिस्तान विपक्षी पार्टी पीएमएलएन के नेता नासिर बट, पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ, पूर्व पीएम शौकत अजीज के हमलों में शामिल होने का आरोप है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी द्वारा मोस्ट वांटेड, हाई प्रोफाइल आतंकवादियों पर जारी रिपोर्ट के बारे में मीडिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है जिसमें 26/11 मुंबई हमलों में शामिल कई पाकिस्तानी नागरिकों को सूचीबद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक तथ्य है कि 26/11 के आतंकवादी हमले की योजना पाकिस्तान में बनी और वहीं से क्रियान्वित की गयी। इस सूची से स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान को इस हमले की साजिश रचने वालों और सूत्रधारों के बारे में सभी आवश्यक जानकारी और साक्ष्य पहले से हैं।
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