इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) में आम चुनाव के त्रिशंकु परिणाम (Hung results of general elections) के छह दिन बाद भी सरकार नहीं बन पाई है। हालांकि, सभी प्रमुख सियासी दलों ने पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Former Prime Minister Shahbaz Sharif.) के नेतृत्व में गठबंधन सरकार (coalition government) बनाने के लिए समर्थन दिया है। पार्टी ने मंगलवार की देर रात प्रधानमंत्री के लिए पीएमएल-एन सुप्रिमो नवाज शरीफ (PML-N supremo Nawaz Sharif) के बजाय शहबाज के नाम का एलान किया। इसके साथ ही इस तरह की अटकलें शुरू हो गईं कि नवाज सक्रिय राजनीति से संन्यास ले रहे हैं। हालांकि, उनकी बेटी मरियम नवाज ने इन अटकलों को खारिज किया है।
पंजाब और केंद्र की देखरेख करेंगे नवाज: मरियम
पीएमएल-एन (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘अगले पांच वर्षों में नवाज न सिर्फ सक्रिय राजनीति में हिस्सा लेंगे बल्कि पंजाब और केंद्र में पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारों की देखरेख भी करेंगे।’ नेशनल असेंबली के चुनाव में सियासी दलों को खंडित जनादेश मिला। निर्दलीय उम्मीदवारों ने सर्वाधिक जीट पर जीत हासिल की। उसके बाद दूसरे नंबर पीएमएल-एन रही। वहीं, पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) तीसरे नंबर पर रही है।
शहबाज का प्रधानमंत्री बनने का रास्ता लगभग साफ
बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री की दौड़े से पीछे हटने का फैसला किया और पीएमएल-एन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन करने का किया है। इसके अलावा, कुछ पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) समर्थित निर्वाचित उम्मीदवार भी पीएमएल-एन में शामिल हुए हैं। देश के प्रमुख सियासी दलों ने पीएमएल-एन को समर्थन देने का फैसला किया है। जिससे पार्टी आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर जाएगी। मतलब शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता अब लगभग साफ हो गया है।
‘नवाज के मिजाज से वाकिफ हैं लोग’
मरियम ने अपने पिता नवाज के गठबंधन सरकार में शामिल न होने के कदम को ‘सैद्धांतिक रुख’ करार दिया। उन्होंने कहा, “कहा जा रहा है कि नवाज शरीफ प्रधानमंत्री का पद स्वीकार न करके सियासत से बच रहे हैं। लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है।” पार्टी ने मरियम का नाम पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री के लिए आगे बढ़ाया है। यह प्रांत शरीफ परिवार का गढ़ माना जाता है। मरियम ने याद दिलाया कि नवाज ने पिछली तीन सरकारों का नेतृत्व किया था, जब पीएमएल-एन के पास स्पष्ट बहुमत था। मरियम ने कहा, “उन्होंने (नवाज शरीफ) अपने चुनावी भाषण में साफ कर दिया था कि वह किसी गठबंध सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे। जो लोग नवाज के मिजाज से वाकिफ हैं, वे उनके सैद्धांतिक रुक को भी जानते हैं।”
एक्स पर पीएमएल-एन नेताओं ने जताई नाराजगी
मरियम ने यह भी कहा कि उनके चाचा (शहबाज शरीफ) और वह खुद नवाज के ‘सैनिक’ हैं। उनके आदेशों से बंधे हैं और उनके नेतृत्व और पर्यवेक्षण के तहत काम करेंगे। ‘जिओ न्यूज’ ने इस मुद्दे पर ‘एक्स’ पर कई सियासी नेताओं के पोस्ट के हवाले से कहा, पीएमएलएन-एन की दिग्गज नेता का बयान ऐसे समय में आया है, जब कयास लगाए जा रहे हैं कि नवाज शरीफ सियासत से संन्यास ले रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई लोग प्रधानमंत्री की दौड़ से नवाज के पीछे हटने के फैसले पर अपनी निराशा जाहिर कर रहे हैं।
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