पंजाब । पाकिस्तान (Pakistan) ने 4 साल बाद 20 भारतीय मछुआरों (Indian fishermen) को रिहा किया है। इन सभी मछुआरों को पंजाब (Punjab) के अमृतसर में अटारी-वाघा बॉर्डर (Attari-Wagah Border) से भारत लाया गया। इन सभी मछुआरों को पाकिस्तानी जलक्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने को लेकर पिछले 4 सालों से कराची की एक जेल में कैद करके रखा गया था।
भारत वापस आकर क्या बोले मछुआरे
पाकिस्तान में 4 साल की सजा काटने के बाद देश लौटे एक मछुआरे ने कहा कि हम 4 साल बाद वापस आ रहे हैं। पाकिस्तान में बाकी फंसे भारतीयों को रिहा किया जाए। वहां खाने का भयंकर अकाल है। अगर वहां फंसे लोग समय पर नहीं आते हैं, तो उनकी लाशें हीं भारत आएंगी।
पाकिस्तान की जेल में काटी सजा
इस दौरान अटारी-वाघा बॉर्डर पर मौजूद प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि ये मछुआरे गुजरात से मछली पकड़ते हुए पाकिस्तान चले गए थे। उन सभी पर एक न्यायिक मुकदमा चला और उन्हें चार साल की सजा सुनाई गई थी। अब इनकी सजा खत्म हो गई है और सभी मछुआरे आखिरकार वापस अपने देश आ गए हैं। अधिकारी ने आगे बताया कि अब गुजरात पुलिस उन्हें अमृतसर से ले जाएगी।
बता दें कि इन मछुआरों को कराची के लांधी इलाके में मलीर जिला जेल में रखा गया था। पाकिस्तान से रिहाई मिलने के बाद अटारी-वाघा सीमा पर जाने के लिए मछुआरों लाहौर भेजा गया था, जहां से उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया। जेल अधीक्षक मोहम्मद इरशाद ने बताया कि मछुआरों को संघीय सरकार के आदेश पर रिहा किया गया है। उन्होंने कहा, वे पिछले पांच वर्षों से जेल में थे।
जून 2018 में हुए थे गिरफ्तार
इरशाद के मुताबिक, मछुआरों को जून 2018 में समुद्री सुरक्षा बल ने गिरफ्तार किया था। जेल में बंद रहने के बाद मछुआरों को ईधी ट्रस्ट को सौंपा गया। ट्रस्ट के प्रमुख फैसल ईधी ने कहा कि भारतीय मछुआरों की यात्रा का सारा खर्च उनकी संस्था उठाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved