इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज यानि रविवार दोपहर को नेशनल असेंबली में मतदान (Voting in the National Assembly) होना है। विपक्ष को पूरा भरोसा है कि इमरान खान (Imran Khan) कल सत्ता से हाथ धो बैठेंगे। इस बीच इमरान लगातार जनता से संवाद कर रहे हैं। इमरान ने आखिरी दांव चलते हुए युवाओं को हड़ताल के लिए भड़काया है। विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री पद के विपक्षी उम्मीदवार शहबाज शरीफ ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
वही माना जा रहा है कि इस पर हंगामे के बाद वोटिंग भी आज ही हो सकती है। इस बीच अपनी सरकार पर खतरे को देखते हुए इमरान खान ने शनिवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हरकत दोहराने की कोशिश की है। उन्होंने अपने समर्थकों खासकर युवाओं से अपील की है कि वे पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने वाली विदेशी ताकतों के खिलाफ प्रदर्शन करें। उन्होंने यह भी दावा किया कि अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग को लेकर उनके पास एक से ज्यादा योजनाएं हैं।
इमरान ने रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले शनिवार को सार्वजनिक संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और अविश्वास प्रस्ताव में इमरान की हार की स्थिति में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शहबाज शरीफ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनें तो वे अमेरिका की गुलामी करेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी युवाओं से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया, ताकि बाहरी ताकतों की साजिश का मुकाबला किया जा सके। उन्हें हटाने की अमेरिकी साजिश का जिक्र करते हुए उन्होंने युवाओं से आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेने को कहा।
इमरान के इस संबोधन के बाद शहबाज शरीफ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इमरान हताश एवं निराश हो गए हैं। वे पाकिस्तान को कई वर्ष पीछे ले गए हैं, इसलिए उनका हटना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इमरान हताशा में युवाओं व अपनी पार्टी के समर्थकों को भड़का रहे हैं। इसके विपरीत उन्होंने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी देर शाम पत्रकारों से बातचीत में इमरान पर हिंसा फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने इमरान पर संसद की अवमानना का भी आरोप लगाया है।
इस बीच पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि इमरान सरकार और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बहाने हिंसा भड़काने वाले हैं। सरकार का मकसद विपक्षी सांसदों को संसदीय लॉज से न निकलने देना रहेगा, ताकि वे नेशनल असेंबली तक न पहुंच पाएं। मीर के मुताबिक, अगर विपक्षी सांसद इस दौरान लॉज से बाहर आकर संसद में घुसने की कोशिश भी करते हैं तो उनके साथ मारपीट होगी।
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