इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले का मामला पूरे पाकिस्तान में गरमाया हुआ है. पूरी दुनिया में पाकिस्तान के इस हालात पर चर्चा हो रही है. इमरान खान ने जिस तरह से खुद पर हमले के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना को जिम्मेदार बताया है, उसके बाद हालात और नाजुक हो गए हैं. इमरान के समर्थक सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लोग नारेबाजी कर रहे हैं. कई जगह सेना के खिलाफ भी नारेबाजी की गई है. लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. पूरे घटनाक्रम को लेकर अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी बयान जारी किया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर इमरान खान पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग को भी सार्वजनिक किया है. शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर लिखा कि ‘इमरान नियाज़ी अराजकता फैलाने के लिए आदतन बेबुनियादी आरोप और झूठ का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने लिखा कि सरकार ने पकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश से इमरान के आरोपों की जांच के लिए एक पूर्ण न्यायालय आयोग बनाने का अनुरोध करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संस्थानों को कमजोर करने के उनके गेम प्लान को लोगों के सामने लाकर रहेंगे.’
इमरान खान ने लगाया गंभीर आरोप
गौरतलब है कि 3 नवंबर को गुजरांवाला में एक रैली के दौरान इमरान खान पर हमला हुआ था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती होने के कुछ देर बाद ही इमरान खान की पार्टी PTI की तरफ से बयान जारी किया गया था. पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि इमरान को मारने के लिए साजिश रची गई. जिसमें प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल को हमले का जिम्मेदार ठहराया गया था.
घटना के अगले दिन व्हीलचेयर पर आकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि मुझे मारने का प्लान बनाया गया. इसके लिए बंद कमरे में साजिश रची गई. उन्होंने दावा किया कि उनके पास वीडियो क्लिप भी है. उन्होंने भी तीन लोगों को हमले का जिम्मेदार बताया था. इन तीन लोगों में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मेजर जनरल फैसल का नाम है.
गृहमंत्री ने इमरान पर बोला हमला
इमरान खान के आरोपों पर पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने भी हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि इमरान को चार गोलियां नहीं लगीं. उनके चोटिल होने की कहानी भी झूठी है. फिलहाल देखने वाली बात होगी कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के अनुरोध पर न्यायालय आयोग कब तक बनाया जाएगा.
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