इस्लामाबाद। पाकिस्तान(Pakistan) में सरकार के प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान Tehreek-e-Labbaik Pakistan (TLP) से वार्ता के कदम से पुलिसकर्मी नाखुश (Unhappy policeman) हैं। वे इसे पुलिस बल (Police Force) के साथ सरकार(Government) का विश्वासघात मान रहे हैं। क्योंकि यह उस प्रतिबंधित और हिंसक संगठन के साथ बातचीत है जिसने कुछ दिन पहले हमला कर पुलिस अफसर को थाने से अगवा किया। बाद में उसे छुड़वाने गए पुलिसकर्मियों की हत्या की, पुलिसकर्मियों को बंधक बना उन पर बर्बर अत्याचार किया और निर्ममता से पिटाई की। उनके वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी किए।
लाहौर में टकराव की इस घटना के बाद टीएलपी (TLP) ने तीन दिन का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पूरे देश में सैकड़ों पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। अरब न्यूज के अनुसार टीएलपी की हिंसा में छह पुलिसकर्मी मारे गए जबकि 800 से ज्यादा घायल हुए हैं। प्रदर्शन के दौरान विभिन्न शहरों-कस्बों में तमाम पुलिस वाहन जला दिए गए थे। कई थानों और पुलिस चौकियों पर हमले हुए थे।
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