इस्लामाबाद। कर चोरी (tax evasion) कोई नई बात नहीं इस तरह के मामले आए दिन देखने को मिलते हैं, किन्तु अगर कानून बनाने वाले ही इस तरह के कारनामों को अंजाम देंगे तो आम नागरिकों से भी क्या उम्मीद की जा सकती है। ऐसा ही मामला पड़ोसी देश के सांसद करने में लगे हैं। दरअसल एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में 35 अरब रुपये (20 करोड़ डॉलर) से अधिक की संपत्ति रखने वाले 160 से अधिक सांसद या तो आयकर का भुगतान (payment of income tax) नहीं कर रहे हैं या संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) के पास अपना पंजीकरण ही नहीं कराया है।
बता दें कि हाल ही में आई मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, नेशनल असेंबली और प्रांतीय सरकार के सदस्यों सहित देश के 1,170 विधायी सदस्यों में से 161 कर कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं। इनमें से 103 सांसदों ने आकलित करों का भुगतान नहीं किया है और बाकी सांसदों ने अभी तक एफबीआर के साथ पंजीकरण नहीं कराया है।
खबरों के अनुसार पाकिस्तान के इन नेताओं के नाम का खुलासा नहीं किया गया है, किन्तु इसमें यह जिक्र जरूरी है कि कम से कम 76 सांसद प्रमुख राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं और दो लोग केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री भी हैं, जबकि इस रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 के टैक्स रिकॉर्ड की जानकारी नहीं मिल पाई है, क्योंकि अभी तक पाकिस्तान आयकर विभाग ने इन रिपोर्ट्स को प्रकाशित नहीं किया है।