पुंछ. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुंछ (Poonch) में वायुसेना (Air Force) के काफिले पर हुए आतंकवादी (terrorist) हमले की पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़े आतंकवादी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. इस आतंकवादी संगठन अगले 20 दिनों में और भी ऐसे हमले करने का दावा किया है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस हमले की भूमिका 4 दिन पहले उसे समय बनी जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने पाकिस्तान वायु सेवा के समारोह में बोलते हुए कश्मीर के लोगों को हर तरह से समर्थन देने का ऐलान किया. इसके फौरन बाद पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों पर दबाव बनाया गया कि वह कोई बड़ी वारदात करें. खुफिया सूत्रों के मुताबिक कि इस हमले का मकसद श्रीनगर अनंतनाग बारामूला में होने वाले लोकसभा चुनाव में व्यवधान पैदा करना है और वोटरों को डराना है, जिससे वह वोट देने ना निकलें.
कौन है यह आतंकी संगठन
पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट यानी पीएएफएफ पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हुई कई वारदातों में पीएएफएफ का नाम सामने आया है. यह आतंकी समूह खुद को अंसार गजवत-उल-हिंद के मारे गए कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित बताया है, जो वैश्विक आतंकी समूह अल कायदा के लिए वफादार माना जाता है.
पुंछे में हेलीकॉप्टर और ड्रोन से आतंकियों की तलाश
इस बीच भारतीय सुरक्षाबलों ने पुंछ जिले के रविवार को कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया. यहां आतंकवादियों का पता लगा हेलिकॉप्टर और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. रविवार सुबह शुरू हुए इस व्यापक तलाशी अभियान की निगरानी जीओसी, डीआईजी और पुंछ जिले के एसएसपी सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं.
बता दें कि पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के बकरबल मोहल्ला (सनाई) इलाके में शनिवार शाम आतंकियों ने वायुसेना के दो वाहनों के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें एयर फोर्स के एक जवान की मौत हो गई. वहीं चार घायल जवानों को उत्तरी कमान के उधमपुर मुख्यालय में कमांड अस्पताल पहुंचाया गया. डॉक्टरों के अनुसार एक घायल जवान की हालत गंभीर है जबकि अन्य तीन की हालत स्थिर है.
21 दिसंबर को भी हुआ था ऐसा ही हमला
यह आतंकी हमला 21 दिसंबर, 2023 को हुए हमले की तरह था, जिसमें आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें चार सैनिक मारे गए थे. यह हमला पुंछ जिले के बाफलियाज के डेरा की गली इलाके में हुआ था. बाद में रहस्यमय परिस्थितियों में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि वे बदले की कार्रवाई में मारे गए हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तब क्षेत्र का दौरा किया था ताकि नागरिकों को यह भरोसा दिया जा सके कि सेना उनके जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए वहां मौजूद है. आरोप के बाद, कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों को पुंछ से शिफ्ट कर दिया गया था और नागरिकों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए कमान में भी बदलाव किया गया.
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