वॉशिंगटन। जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार फिर से करारा झटका लगा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल सभी देशों ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार से कहा कि ये द्विपक्षीय मुद्दा है। लिहाजा सभी देशों ने एक साथ कहा कि इस पर समय और ध्यान देने की जरूरत नहीं है। UNSC की ये अनौपचारिक बैठक थी जो बंद कमरे में हुई। बता दें कि चीन के सहयोग से पाकिस्तान ये मुद्दा उठाना चाहता था।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बताया कि कई सदस्य देशों ने सुरक्षा परिषद में कहा कि जम्मू कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है। ऐसे में पाकिस्तान का ये प्रयास एक बार फिर विफल हो गया है। पाकिस्तान की तरफ से ये मुद्दा चीन ने उठाया था।
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा परिषद में सबसे पहले इस मुद्दे का विरोध अमेरिका ने किया। इसके बाद बाकी देशों ने भी साफ-साफ कहा कि इस मुद्दे को UN में उठाने की कोई जरूरत नहीं है। ये एक अनौपचारिक बैठक थी। लिहाजा चर्चा के दौरान कुछ भी रिकॉर्ड पर नहीं लिया गया और ना ही मीडिया में किसी तरह का बयान जारी किया गया।
तिरुमूर्ति ने कहा कि नवंबर 1965 के बाद से आज तक परिषद की किसी भी औपचारिक बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कराई गई है। सिर्फ दो बार अगस्त 2019 और जनवरी 2020 में इस पर अनौपचारिक बैठक हुई है।
भारत, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साफ तौर से बता चुका है कि जम्मू-कश्मीर से संविधान का अनुच्छेद 370 हटाकर उसका विशेष दर्जा खत्म करना देश का अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान इस हकीकत को कबूल को स्वीकार करे।
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