नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के लिए ना तो वर्ल्ड कप और ना ही अपने घर से अच्छी खबरें आ रही हैं. पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है. पाकिस्तान में फ्यूल की कमी (Fuel shortage in Pakistan) और आर्थिक संकट की वजह से पाकिस्तान की एयरलाइन के कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (Pakistan International Airlines) बंद होने की कगार पर है क्योंकि फंड की समस्या के कारण पिछले 10 दिनों में 300 उड़ानें कैंसल कर दी गई हैं.
पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) ने बकाया भुगतान न होने पर फ्यूल सप्लाई में कटौती की है. जिसकी वजह से पीआईए ने 14 अक्टूबर से 322 उड़ानें कैंसल कर दीं, जिनमें से 134 इंटरनेशनल रूट पर थीं. पाकिस्तान के नेशनल कैरियर खराब तरीके से चलने का आरोप है. मंगलवार को पीआईए ने 21 घरेलू उड़ानों सहित 51 उड़ानें रद्द की थी.
बड़े पैमाने पर उड़ानें कैंसल होने से पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक प्रवक्ता ने डॉन न्यूज को बताया कि मैनेज्मेंट पैसेंजर्स को वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित करने की कोशिश कर रहा है. दशकों के मिस्मैनेज्मेंट और अस्थिरता ने पाकिस्तान की इकोनॉमी को डगमगा दिया है, और इस साल इस्लामाबाद को डिफॉल्ट से बचने के लिए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) से एक और बेलआउट के लिए मजबूर होना पड़ा.
अंतरिम सरकार ने कहा है कि वह सरकारी कंपनियों के लिए व्यापक निजीकरण योजना के हिस्से के रूप में एयरलाइन को बेच देगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार पीआईए पर 743 अरब रुपये (लगभग 2.5 अरब डॉलर) का कर्ज है, जो उसकी कुल संपत्ति से पांच गुना अधिक है. पीआईए 1955 में अस्तित्व में आया जब सरकार ने घाटे में चल रही एक कमर्शियल एयरलाइन का राष्ट्रीयकरण किया और 1990 के दशक तक तेजी से विकास किया. बाजार के उदारीकरण और कई निजी और सार्वजनिक स्वामित्व वाली एयरलाइनों के लॉन्च ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन पर भारी दबाव डाला, जिसकी वजह से सालों तक घाटे में रहना पड़ा.
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