इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को अशांत बलूचिस्तान प्रांत का दौरा किया। जहां हाल ही में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण किया गया था। साथ ही 21 नागरिकों और चार सैनिकों की जान गई थी। शहबाज शरीफ ने इस घटना के बाद लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने और प्रांत में कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए यह यात्रा की।
अशांत बलूचिस्तान में फैले अशांति को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ उप प्रधानमंत्री मुहम्मद इशाक डार और अन्य मंत्रियों ने इस दुखद घटना के बाद स्थिति का जायजा लिया। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर इस घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि ऐसी घटनाओं पर राष्ट्रीय एकता दिखाने की जरूरत है। इस दौरान, पाकिस्तान की सेना और सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीत का दावा किया और कहा कि इस लड़ाई में देश को सफलता मिलेगी।
बता दें कि यह घटना मंगलवार को हुई थी जब बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के लड़ाको ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर हमला किया। साथ ही ट्रेन के यात्रियों को बंधक बना लिया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने दो दिनों तक अभियान चलाया और सभी 33 लड़ाको को मार गिराया।
बीएलए के लड़ाको को नियंत्रित करने के लिए पाकिस्तानी सेना ने एक अभियान चलाया। इसमें पाकिस्तान वायु सेना, विशेष सेवा समूह, सेना और फ्रंटियर कोर ने भाग लिया। साथ ही पाकिस्तान की सेना ने कहा कि लड़ाके अफगानिस्तान में अपने मास्टरमाइंड से संपर्क कर रहे थे। साथ ही पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अब से ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
साथ ही अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन को अगवा करने वाले कुछ लड़ाकों के पास सैटेलाइट फोन भी थे, जिसके जरिये वे अपने हैंडलरों से संपर्क में थे। वहीं, ट्रेन में सवार यात्रियों के परिजनों को सूचना देने के लिए पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्वेटा में आपातकालीन डेस्क भी बनाए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved